लगातार दो वर्षों तक कोरोना के साए में रहने के बाद देश में पहली बार दिवाली का सीजन इतना जबरदस्त गया है जिसकी कारोबारियों ने कल्पना भी नहीं की थी। इस दिवाली पर न केवल घर-गृहस्थी के सामान बिके, वरन इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, व्हीकल्स, कपड़े, होम एप्लायंसेज, कपड़े, एसेसरीज तक की जमकर खरीदारी हुई है। अब जैसे-जैसे दिवाली बिक्री के आंकड़े सामने आ रहे हैं, लोगों को हैरान कर रहे हैं।
सिर्फ तीन दिन में बिकी 100 करोड़ की शराब
दिल्ली सरकार द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार दिवाली पर सिर्फ तीन दिनों में ही 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की शराब खरीदी और बेची गई है। सरकारी अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि दिवाली के पहले तीन दिनों में राज्य भर में 460 दुकानों पर अलग-अलग ब्रॉन्ड्स वाली शराब की करीब 48 लाख बोतल खरीदी गईं। इसके लिए विभाग ने बाकायदा प्रतिदिन के आंकड़े भी जारी किए हैं।
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सरकारी डेटा में कहा गया है कि 21 अक्टूबर 2022 (शुक्रवार) को दिल्ली में करीब 13.5 लाख शराब की बोतलें खरीदी गईं। 22 अक्टूबर (शनिवार) को शराब की 15 लाख बोतलें बिकीं। इसी तरह दिवाली से ठीक एक दिन पहले यानि 23 अक्टूबर 2022 (रविवार) को दिल्ली में शराब बिक्री के सारे रिकॉर्ड टूट गए। इस दिन राज्य में लगभग 20 लाख बोतलों की बिक्री हुई। इस तरह तीन दिनों में कुल 48 लाख से भी बोतलें बिकी। आपको बता दें कि दिल्ली की कुल आबादी लगभग 1 करोड़ 10 लाख है।
हर दिन शराब व्यापारियों को हुई करोड़ों की कमाई
यदि कमाई के आंकड़े देखें तो आबकारी विभाग ने बताया कि 21 अक्टूबर को 30 करोड़ रुपए से ज्यादा की शराब खरीदी गई। 22 अक्टूबर को 33 करोड़ तथा 23 अक्टूबर को करीब 42.5 करोड़ रुपये से ज्यादा की शराब खरीदी गई। इस तरह तीन दिन में 100 करोड़ की शराब की खरीद-फरोख्त हुई।
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आबकारी विभाग के अनुसार 24 अक्टूबर को दिवाली के दिन राज्य में ड्राई डे था जिसकी वजह से उस दिन शराब की बिक्री नहीं हुई। यह भी एक कारण था कि लोगों ने त्यौहार के पहले ही अपने घरों में स्टॉक जमा कर लिया। शराब बिक्री के इन आंकड़ों को देखते हुए सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह देश में पियक्कड़ों की संख्या बढ़ रही है और उसके साथ ही राजस्व भी बढ़ रहा है।
अधिकारियों ने कहा, प्रीमियम ब्रॉन्ड्स होते तो और भी ज्यादा होती इनकम
आम तौर पर दिवाली में रोजाना 11 से 12 लाख शराब की बोतलें बेची जाती हैं। इसी तरह पिछले कुछ समय के रिकॉर्ड को देखें तो पाएंगे कि कोरोना के चलते बिक्री मंदी पड़ी हुई थी जो अब फिर एक बार तेजी पकड़ती नजर आ रही है। हालांकि अधिकारियों ने यह भी कहा कि राज्य में प्रीमियम ब्रांड्स की शराब नहीं मिलने के कारण इनकम कम हुई है। ऐसे में अधिकतर लोगों ने पड़ौसी राज्यों हरियाणा और यूपी में जाकर खरीद की। यदि प्रीमियम ब्रॉन्ड्स को भी राज्य में बेचा जाता तो ये आंकड़े और भी ज्यादा हो सकते थे।