ईरान में दो लोगों को ईशनिंदा यानी ईश्वर का अपमान करने के आरोप में फांसी पर लटका दिया गया। वहां पर ईशनिंदा की सजा में फांसी का प्रावधान है। ईरान की समाचार एजेंसी मिजान की रिपोर्ट के मुताबिक ये दोनों ही लोग एंटी इस्लामिक ग्रुप्स और चैनल चला रहे थे, जिसकी जानकारी होने के बाद इन दोनों पर एक्शन लेते हुए इन पर मुकदमा दर्ज किया गया। जिसके बाद अब इन्हें फांसी दे दी गई।
8 महीने से परिवार से भी बातचीत नहीं हुई
जिन्हें फांसी दी गई है, उनके नाम यूसेफ मेहरदाद और सदरूल्ला फाजेली हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इन दोनों को बीते 8 महीने से अपने परिवार और करीबियों से मिलने और बातचीत करने से भी रोक दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक ये दोनों टेलीग्राम ग्रुप “अंधविश्वास और धर्म की आलोचना” के सदस्य के रूप में जुड़े हुए थे। इस पर ईरान के अधिकारियों की नजर पड़ गई और दोनों को ईशनिंदा के आरोप में साल 2020 में गिरफ्तार कर लिया गया था, साल 2021 में इन्हें फांसी की सजा सुनाई गई।
जेल में बंद रहने के दौरान दोनों में से मेहरदाद कथित तौर पर फरवरी 2022 में भूख हड़ताल पर चले गए, ताकि अधिकारियों द्वारा उन्हें फोन करने की अनिच्छा का विरोध किया जा सके।