उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपी गौस मोहम्मद, रियाज अत्तारी औऱ फरहाद उर्फ बबला की आज रिमांड खत्म हो गई थी, जिसके बाद इन तीनों को जयपुर की NIA कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया है। बता दें कि इससे पहले 12 जुलाई को इस हत्याकांड के सातों आरोपियों जयपुर की NIA कोर्ट में पेश किया गया। जहां से कोर्ट ने रियाज अत्तारी, गौस मोहम्मद और फरहाद की 16 जून तक रिमांड बढ़ाई गई थी। इसके अलावा मोहम्मद मोहसिन, आसिफ, वसीम और मोहसिन खान को जेल भेज दिया गया था।
पुलिस से भी पूछताछ कर सकती है NIA
कन्हैयालाल हत्याकांड के मामले में NIA पुलिस से भी पूछताछ कर सकती है। क्योंकि जब कन्हैया को जान से मारने का धमकी दी जा रही थी, तो उसने सबसे पहले धानमंडी पुलिस को खबर दी थी। लेकिन पुलिस ने कन्हैया औऱ आरोपी पक्ष के बीच समझौता करवा कर मामले को रफा-दफा कर दिया था। जिसके बाद कन्हैया की बेरहमी के साथ हत्या हो गई।
बता दें कि मोहम्मद गौस औऱ रियाज अत्तारी ने कन्हैया की हत्या कर वीडियो जारी किया था। मोहसिन, आसिफ, वसीम, मोहम्मद मोहसिन ने हत्या के लिए रेकी और साजिश में शामिल थे। वहीं आरोपी फरहाद उर्फ बबला पूरे घटनाक्रम में सक्रिय था।
16 जून को कन्हैया और अन्य लोगों की हत्या की हुई थी प्लानिंग
उदयपुर में गौस और रियाज की मौजूदगी में फरदाह उर्फ बबला ने 16 को मीटिंग बुलाई और इसमें उन लोगों के बारे में चर्चाएं की गईं, जिन पर पिछले कई दिनों से इनकी पूरी टीम नजर रखे हुए थी। उन्होंने यहीं से नुपूर का समर्थन करने वाले लोगों की हत्या के बारे में प्लानिंग पर काम किया। पहले चरण में पांच से सात लोगों को निशाना बनाने पर सहमति बनी। इनको डराने-धमकाने के साथ हमला करने और हर घटना की फूलप्रुफ रिकॉर्डिंग के बारे में बबला ने योजना साझा की। इसमें वीडियो बनाने, ऑडियो संदेश वायरल करने जैसे नापाक मंसूबे शामिल थे। वहीं एनआईए जांच में मिले सभी एंगलों की कड़ी से कड़ी जोड़कर यह पता करने की कोशिश कर रही है कि देश में ऐसे कितने लोगों को रडार या टारगेट पर लेने का फरमान जारी किया गया।