जोधपुर। जोधपुर विकास प्राधिकरण यानी जेडीए के आयुक्त नवनीत कुमार को सरकार ने एपीओ कर दिया है। एपीओ के दौरान नवनीत कुमार का मुख्यालय कार्मिक विभाग कार्यालय जयपुर में रहेगा। चर्चा है कि सरकार ने यह कदम जोधपुर में पाक विस्थापित हिंदुओं के घर तोड़े जाने को लेकर उठाया है। क्योंकि इस घटना के बाद से ही सरकार की हर तरफ आलोचना हो रही थी। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इसकी निंदा की थी। इसलिए सरकार ने जोधपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त नवनीत कुमार को एपीओ कर दिया।
नवनीत कुमार के नेतृत्व में ही तोड़े गए थे घर
हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की गई है लेकिन हालिया घटनाक्रमों पर अगर नजर डालें तो नवनीत कुमार के नेतृत्व में ही जोधपुर में राजीव गांधी कॉलोनी में पाक विस्थापित हिंदुओं के घरों को तोड़ने की कार्रवाई की गई थी। इस मामले में नवनीत कुमार का बयान भी आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि इन लोगों को पहले ही नोटिस जारी किए जा चुके थे लेकिन नोटिस मिलने के बावजूद भी इन्होंने घर खाली नहीं किए थे। यह जमीन सरकार की है इसलिए यह कार्रवाई करना जरूरी था। इसलिए ही पाक विस्थापित हिंदुओं के घर तोड़े गए।
खुले आसमान के नीचे अब काट रहे जिंदगी
जबकि हिंदू परिवारों का कहना है कि इन्होंने यह जमीन बकायदा पैसे देकर खरीदी है। जेडीए ने तब कार्रवाई क्यों नहीं की जब यहां पर मकान बनाए जा रहे थे। मकान बनने के बाद जब लोग यहां पर रहने लगे तब जेडीए ने यह कार्रवाई की है। तब से उन परिवारों का जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। सामान खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। परिवारों के छोटे-छोटे बच्चे धूप में गर्मी में परेशान हो रहे हैं। कई परिवारों ने तो यहां तक कह दिया कि पाकिस्तान में तो उन्हें कम से कम दफन होने की जगह मिल जाती लेकिन भारत में तो सिर के ऊपर से छत ही छिन गई। अब ना छत है ना जमीन है। खुले आसमान के नीचे हम अपने बच्चों को रखे हुए हैं।
जोधपुर में इस कार्रवाई का भाजपा समेत कई शख्सियतों ने इसका आलोचना की भाजपा ने तो इस कार्रवाई को कांग्रेस सरकार की धर्म को लेकर राजनीति करार दिया था।