कानपुर। ईद के दिन सड़क पर नमाज पढ़ने वाले लगभग 2000 लोगों के खिलाफ कानपुर में एफ आई आर दर्ज की गई है। पाबंदी के बावजूद इन्होंने कई इलाकों में सड़क पर बैठकर नमाज अदा की, जिसे लेकर इन नमाजियों और ईदगाह कमेटी के सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले की मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने निंदा की है।
इन धाराओं में दर्ज किया गया मामला
इन नमाजियों के खिलाफ अलग-अलग जगह दर्ज 3 मुकदमों में लोक सेवक के कार्य में बाधा डालने, निर्देशों का उल्लंघन करने, मार्ग बाधित करने जैसी धाराएं लगाई गई हैं। इसे लेकर ईदगाह कमेटियों को नोटिस भी भेजा गया है।
3 थानों में दर्ज हुए मामले
बीती 22 अप्रैल को ईद का त्योहार पूरे देश में मनाया गया था। कानपुर में संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने पूरे शहर में धारा 144 लागू की थी। इसके अलावा सभी थानों में पीस कमेटी की बैठक भी बुलाई गई थी और ईद के मौके पर नमाज़ मस्जिदों और ईदगाह हो कि भीतर पढ़ने के निर्देश दिए गए थे। साथ में यह भी कहा गया था कि अगर जगह कम पड़ने से कुछ नमाजी छूट जाते हैं दोबारा नमाज पढ़ाई जाए लेकिन ईद के दिन नमाज के दौरान शहर में कई जगह सड़क पर ही नमाज अदा की गई। जिसे लेकर बाबू पुरवा थाने में पहला मुकदमा दर्ज किया। दूसरा मुकदमा जाजमऊ में दर्ज किया गया। तीसरा मुकदमा बजरिया थाने में दर्ज किया गया।
रोक के बावजूद जबरन सड़क पर बैठे
बाबू पुरवा थाने में 50 लोगों को आरोपी बनाया गया है। जाजमऊ स्थित ईदगाह के बाहर दादा मियां मजार रोड पर नमाजियों की भीड़ बैठने लगी थी, जब पुलिस ने उन्हें रोका तो वह लोग हट गए लेकिन जैसे ही नमाज शुरु हुई 200 से 300 लोगों की भीड़ से जबरन सड़क पर बैठ गई और नमाज पढ़ने लगी। ईदगाह में भी नमाजियों को रोका गया लेकिन उसके बावजूद सड़कों पर बैठ गए। इसमें ईदगाह कमेटी और उनके सदस्यों समेत 1500 लोग शामिल थे। जिनके खिलाफ बजरिया थाने में मामला दर्ज किया गया है।