राइट टू एजुकेशन के तहत निजी स्कूलों में एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 29 मार्च से शुरू होगी, जो 10 अप्रैल तक जारी रहेगी। राइट टू एजुकेशन के तहत प्रदेश में पहली बार निजी स्कूलों में प्री प्राइमरी में एडमिशन होंगे। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल ने आदेश जारी करते हुए बताया कि 29 मार्च से 10 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन के बाद ऑनलाइन लॉटरी 12 अप्रैल को एनआईसी की ओर से जारी की जाएगी।
12 से 20 अप्रैल तक अभिभावक ऑनलाइन रिपोर्टिंग कर सकेंगे। 12 से 28 अप्रैल तक स्कूल आवेदन पत्रों की छानबीन करेगा। इसके बाद 12 से पांच मई तक अभिभावक अपने रिकाॅर्ड को सुधार सकेगा। अगर कोई गलत डॉक्यूमेंट दिया है तो उसे ठीक कर सकते हैं। नहीं दिया है तो उसे जोड़ सकेंगे। 19 अप्रैल से 20 मई को सीबीओ जांच करेंगे। 23 मई को ऑटो वेरिफाइड किया जाएगा। 24 मई को एनआईसी की ओर से आरटीई सीट्स का चयन किया जाएगा। दरअसल, ये चयन सशुल्क सीट्स के आधार पर होगा।
क्या है RTE
आरटीई का पुरा नाम है राइट टू एजुकेशन.. यानी शिक्षा का अधिकार। भारत में 6 से 14 साल की उम्र के बच्चों को फ्री और अनिवार्य शिक्षा देने के लिए राइट टू एजुकेशन एक्ट 2009 शुरू किया गया। इसके तहत 6 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को फ्री शिक्षा दी जा रही है। भारतीय संसद ने इसे 4 अगस्त 2009 को अधिनियमित किया था। इसके बाद 1 अप्रैल, 2010 से इसे लागू किया गया।
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