राजस्थान विश्वविद्यालय में शोधार्थियों के करीब 2 साल के इंतजार बाद भी एमपेट परीक्षा नहीं हुई। पिछली बार भी 3 साल के इंतजार का बाद विवि ने शोध परीक्षा का आयोजन 31 दिसंबर 2021 को करवाया था। विवि ने करीब 6 महीने पहले एमपेट परीक्षा आयोजित करवाने को लेकर कन्वीनर भी नियुक्त कर दिया था, लेकिन अभी तक परीक्षा नहीं हुई। परीक्षा नहीं होने के चलते स्टूडेंट्स को रिसर्च करने का मौका नहीं मिल रहा। वहीं विवि में शोध कार्य भी कम हो रहे हैं।
सिंडिकेट में नहीं हुआ फैसला
विश्वविद्यालय में जानकारी के अनुसार पिछली दो सिडिंकेंट मीटिंग में परीक्षा को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ। 19 जनवरी को हुई सिडिंकेट मीटिंग विवादों के कारण स्थगित हो गई थी। एमपेट परीक्षा का आयोजन कन्वीनर की रिपोर्ट के आधार पर सिडिंकेंट फैसला लेती है।
नए नियम से होगा 300 सीटों का नुकसान
यूजीसी ने पीएचडी प्रवेश परीक्षाओं को लेकर नए नियम लागू किए थे। इसको यूनिवर्सिटी ने लागू नहीं किया। यूजीसी ने परीक्षा का पैटर्न बदलते हुए 70 फीसदी परीक्षा अंक और 30 फीसदी साक्षात्कार को जोड़कर मेरिट के आधार पर प्रवेश के नए नियम लागू किए थे, लेकिन विद्यार्थियों के विरोध के बाद साक्षात्कार को हटा दिया था। वहीं यूजीसी ने पीएचडी गाइड की उम्र 60 साल से घटाकर 57 साल कर दी थी, जिसको लेकर विवि अभी तक तय नहीं कर पाया है कि 57 वर्ष से अधिक उम्र के गाइड पीएचडी करवाएंगे या नहीं।
जेआरएफ एक्सपायर होने का डर एमपेट नहीं होने से नेट जेआरएफ किए हुए शोधार्थियों को फैलोशिप एक्सपायर होने का डर सता रहा हैं। दरअसल जेआरएफ उत्तीर्ण करने के बाद तीन वर्ष में पीएचडी में प्रवेश लेना जरूरी होता है। राज्य सरकार भी शोधार्थियों को यूजीसी की तर्ज पर प्रतिमाह 20 हजार की फैलोशिप देने की घोषणा कर चुकी है।
कन्वीनर नियुक्त किए 6 माह हो चुके हैं, लेकिन यूनिवर्सिटी की सिडिंकेट सदस्यों की आपसी असहमति की वजह से एमपेट का आयोजन नहीं हो पा रहा है। जो छात्र छात्राएं शोध करना चाहते हैं उनका बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है। उनकी जेआरएफ स्कॉलरशिप एक्सपायर होने की का समय हो गया है। यदि परीक्षा आयोजन नहीं किया गया तो छात्र-छात्राओं द्वारा आंदोलन किया जाएगा- रामस्वरूप ओला, शोध छात्र संघ अध्यक्ष
एमपेट परीक्षाओं का आयोजन समय पर होना जरूरी है। पीएचडी में एडमिशन पर विद्यार्थियों को राज्य और केंद्र सरकार स्कॉलरशिप दे रही है जो समय पर उन्हें मिल पाएगी। एडमिशन नहीं होने पर वे इससे वंचित हो जाएंगे- रमेश भाटी, शोधार्थ
जब तक एकेडमिक काउंसिल और सिडिंकेट में नियम लागू नहीं होते, तब तक परीक्षा का आयोजन नहीं करवा सकते। परीक्षा को लेकर अभी तक कुछ नहीं कहा जा सकता। सिडिंकेंट मीटिंग के बाद ही परीक्षा का आयोजन हो पाएगा- डॉ. रश्मि जैन, कन्वीनर एमपेट परीक्षा