भीलवाड़ा। पुलिस ने लोगों को हनीट्रैप के जाल में फंसाकर लाखों रुपए ऐंठने वाली गैंग का खुलासा किया है। यह गैंग अब तक दर्जनों वारदातों को अंजाम दे चुकी है। हाल ही में इस गैंग ने एक सरकारी स्कूल के टीचर को अपना शिकार बनाया और उससे करीब 1 लाख 10 हजार रुपए ऐंठ लिए। इस मामले में पुलिस ने तीन महिलाओं समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। अब पुलिस इन पांचों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। सुभाष नगर थाने के प्रभारी नंदलाल रिणवा ने बताया कि 4 मार्च को सरकारी स्कूल के टीचर भैरुलाल जाट ने एफआईआर दर्ज करवाई थी।
उसने बताया था कि एक पूजा नाम की महिला ने फोन कर उसे प्लॉट खरीदने के बहाने अपने घर बुलाया। महिला ने पानी में नशीला पदार्थ पिलाकर उसे बेहोश कर दिया। फिर उसके अश्लील फोटो खींचे और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने लगी। उस वक्त पूजा के अन्य साथी मैना राव, मुकेश और मनोज भी वहीं मौजूद थे। सभी ने मिलकर शिक्षक के साथ मारपीट की और जबरन 1 लाख 10 हजार रुपए फोन पे के जरिए मैना राव के अकाउंट में ट्रांसफर करवाए।
इसके बाद उनकी रुपयों की डिमांड बढ़ने लगी, जिसके बाद पीड़ित को पुलिस की मदद मांगनी पड़ी। पुलिस ने बताया कि आरोपी कई लोगों को इस तरह से निशाना बना चुके हैं। आरोपी लोगों को अलगअलग बहाने से घर बुलाकर उनको नशीला पदार्थ देकर बेहोश कर देते थे और उनके अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते थे।
शिक्षक को ऐसे फंसाया जाल में
पीड़ित शिक्षक भैरुलाल ने पुलिस को बताया कि उसेडायबिटीज है। इस वजह से वह हर हफ्ते महात्मा गांधी हॉस्पिटल में जांच केलिए जाता है। दो महीने पहले जब वह अस्पताल गया था। वहां वार्ड में काम करने वाली कृष्णा शर्मा नाम की महिला ने उसे पूजा का नंबर दिया था। महिला ने बताया था कि पूजा को प्लॉट खरीदना था। इसके बाद भैरुलाल ने पूजा से फोन से संपर्क किया और दोनों के बीच मिलने की बात हुई।
भैरुलाल सरकारी स्कूल में टीचर की नौकरी के साथ जमीन की खरीद-फरोख्त का काम भी करता है। पूजा नेभैरुलाल को जमीन खरीदने के सिलसिले में बात करने केलिए अपने घर बुला लिया। जहां आरोपियों नेमिलकर पीड़ित के अश्लील फोटो खींचे और वीडियो बना लिए।
झूठे मुकदमे दर्ज कराकर बनाते थे दबाव, कई लोगों को बनाया निशाना
थाना प्रभारी नंदलाल रिणवा ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने कुछ वकीलों के नाम भी बताए हैं, जिनके गिरोह से जुड़े होने की बात कही गई है। आरोपियों ने बताया कि वो इससे पहले भी ऐसी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। वहीं, ज्यादातर उनके निशाने पर प्रॉपर्टी डीलर, व्यवसायी, सर्विसमैन के साथ ही सरकारी कर्मचारी होते हैं। जिन्हें ये आसानी से फं साकर पैसे ऐंठते हैं।
थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार महिलाओं ने पिछले तीन-चार माह में कई मामले दर्ज कराए थे। इसी कड़ी में सुभाष नगर थाने में एक, मांडलगढ़ और सदर थाने में एक-एक मामले दर्ज कराए गए थे। इसके बाद ये महिलाएं मुकदमे की बदौलत पीड़ितों से राजीनामा कर पैसे ऐंठती थीं। पुलिस अब सभी मामलों को सूचीबद्ध कर गहनता से जांच कर रही है।