जयपुर। कांग्रेस नेता गोपाल केसावत की अपह्रत हुई बेटी अभिलाषा केसावत आज सुबह जयपुर पहुंच गई। लेकिन कोर्ट के सामने अभिलाषा ने जो जवाब दिए उसने सभी को हैरान कर दिया और सकते में डाल दिया। दरअसल अभिलाषा ने कोर्ट के सामने अपने जवाब में कहा कि वह अपनी मर्जी से पिता से झूठ बोलकर अहमदाबाद गई थी क्योंकि वह अपने पिता के साथ अपने घर में नहीं रहना चाहती। वह अपनी मर्जी से जिंदगी जीना चाहती है। अभिलाषा ने कहा कि उसकी दोस्ती 4 साल पहले एक सैलून में काम करने वाले युवक वसीम अकरम से हुई थी। वह उसी से मिलने के लिए अहमदाबाद गई थी। क्योंकि वसीम से मिलने जाना इतना आसान नहीं था। इसलिए उसने पिता से अपने खुद के अपहरण की झूठी कहानी रचाई और अहमदाबाद चली गई।
इस तरह रची कहानी
अभिलाषा ने कोर्ट के सामने यह भी कहा कि वह अब भी अपने पिता के साथ घर नहीं जाएगी बल्कि दिल्ली जाएगी और अपनी पढ़ाई पूरी करेगी। बता दें कि अभिलाषा दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा है और बीए ऑनर्स की पढ़ाई कर रही है। अपहरण की वारदात वाले दिन बीती 20 नवंबर शाम 6:00 बजे अभिलाषा ने अपने पिता को फोन करके कहा था कि कुछ लड़के उसका पीछा कर रहे हैं पापा जल्दी गाड़ी लेकर आ जाओ। जिसके बाद अभिलाषा के पिता यानी कांग्रेस नेता गोपाल केसावत अभिलाषा के बताई हुई जगह NRI सर्किल स्थित सब्जी मंडी पहुंचे। लेकिन वह नहीं मिली इसके बाद शाम 6:15 बजे के आसपास अभिलाषा के पिता गोपाल के साथ में पुलिस को फोन किया, जिसके बाद उन्होंने प्रताप नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। जिसके बाद शाम 7:30 बजे पुलिस ने गोपाल केसावत के घर पर छानबीन की और सीसीटीवी कैमरे को खंगाला। जिसमें उन्होंने अभिलाषा को स्कूटी निकालते हुए देखा था। पुलिस ने घर से लेकर सब्जी मंडी तक छानबीन की और लोगों से अभिलाषा के बारे में पूछताछ की, लेकिन पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लग सका।
4 साल पहले सैलून में काम करने वाले वसीम से हुई थी दोस्ती
जिसके बाद 21 नवंबर को अभिलाषा के पिता गोपाल के साथ थाने से एफ आई आर की कॉपी लेने के लिए निकले। लेकिन जब भी वापस घर लौट रहे थे तब उन्होंने एयरपोर्ट रोड पर बाउंड्रीवॉल तिराहे के पास अभिलाषा की स्कूटी को देखा। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने अभिलाषा के स्कूटी को बरामद किया और थाने ले आई पुलिस ने एक टीम गठित की और अभिलाषा की फोन को सर्विलांस पर लगा कर जांच पड़ताल शुरू कर दी। इसके बाद 24 नवंबर को अभिलाषा की लोकेशन अहमदाबाद मिली तो तुरंत टीम को अहमदाबाद भेजा गया और अभिलाषा को एक सैलून में से बरामद किया गया। ये वहीं सैलून था जहां पर उसका दोस्त वसीम अकरम काम करता है यहीं बने एक कमरे में दोनों ठहरे थे।
पिता के साथ नहीं रहना, अपनी मर्जी से जीना है
अभिलाषा ने कोर्ट में अपने अपहरण की झूठी कहानी भी सुनाई। उसने कहा कि वह झूठ बोलकर घर से सब्जी लेने के लिए सर्किल स्थित सब्जी मंडी गई थी। वैसे तो उसकी नानी हमेशा सब्जी मंडी जाती है, लेकिन उस दिन घर पर नहीं थी जिसका उसने फायदा उठाया। अभिलाषा ने कहा कि मैंने अपने पापा को फोन मिलाया और उनसे झूठ कहा कि उसके पीछे लड़के पड़े हुए हैं। मैंने घर से 1 किलोमीटर दूर एयरपोर्ट रोड पर अपनी स्कूटी खड़ी की और वहां से ऑटो में बैठकर 200 फीट बाईपास रोड पहुंच गई। वहां से मैंने बस पकड़ी और बस से ही मैं अहमदाबाद पहुंची। जहां पर मुझे अपने दोस्त वसीम अकरम से मिलना था। मैं अपनी मर्जी से वसीम से मिलने गई थी इसमें उसका कोई दोष नहीं है। अभिलाषा के इस बयान पर कोर्ट ने कहा कि क्योंकि लड़की बालिग है और अपने फैसले ले सकती है। इसलिए इसे फ्री किया जाता है। जिसके बाद अभिलाषा ने पिता के साथ जाने के बजाए सीधे दिल्ली जाने की बात कही और वहीं पर रह कर अपनी पढ़ाई पूरी करने को कहा।