Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: देश में कुछ ही महीनों बाद लोकसभा चुनाव होने हैं जिसके लिए बीजेपी और कांग्रेस के अलावा राजनीतिक दलों ने जोर आजमाइश शुरू कर दी है. बीजेपी में खेमे में जहां हाल में मोर्चों और क्लस्टर इंचार्जों की बैठक में मिशन 25 पर मंथन हुआ. वहीं कांग्रेस में भी बुधवार से ही लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर गहमागहमी बढ़ गई है.
बीते शुक्रवार कांग्रेस कार्यकारिणी समिति के सदस्य एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का घोषणा पत्र तैयार करने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों और नागरिक समाज के सदस्यों, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई के अलावा कांग्रेस पदाधिकारियों से सुझाव प्राप्त किए.
वहीं इससे पहले पिछले बुधवार को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने जयपुर में पार्टी नेताओं और विधायकों के साथ एक समीक्षा बैठक की थी जिसके बाद रंधावा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जीत की क्षमता और कांग्रेस का डीएनए रखने वाले उम्मीदवारों को ही टिकट दिया जाएगा.
घोषणा पत्र में शामिल किए जाएंगे समाज के सभी वर्ग
कांग्रेस कार्यालय में शुक्रवार को हुई इस बैठक में कांग्रेस के विधायकों, पूर्व विधायकों, अग्रिम संगठनों के पदाधिकारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा समाज के विभिन्न वर्गों से आए प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और अपने सुझाव दिए. इस दौरान पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा और कई विधायक भी मौजूद रहे.
वहीं कांग्रेस घोषणा पत्र समिति के सदस्य आनंद शर्मा ने कहा कि समाज के सभी वर्गों के साथ युवाओं और महिलाओं ने अपने-अपने सुझाव रखे हैं जिन्हें कांग्रेस पार्टी द्वारा घोषणा पत्र बनाते समय गंभीरता से देखा जाएगा. उन्होंने बताया कि सामाजिक सुरक्षा सहित विभिन्न विषयों पर राजस्थान से महत्वपूर्ण सुझाव मिले हैं.
कई विधायक भी लड़ सकते हैं लोकसभा चुनाव!
वहीं बीते हफ्ते कांग्रेस की समीक्षा बैठक के बाद प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में हम युवा नेताओं पर फोकस करेंगे और मैं हमेशा से मानता आ रहा हूं कि युवा नेताओं को सामने लाया जाना चाहिए क्योंकि युवा ही हमारी पार्टी का भविष्य हैं और पार्टी अब युवाओं को चुनाव के लिए तैयार करेगी. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए युवा और अनुभवी नेताओं का एक संतुलन बनाकर मैदान में उतारा जाएगा.
वहीं रंधावा ने यह भी संकेत दिए कि कांग्रेस इस बार कुछ मौजूदा विधायकों को भी लोकसभा चुनाव में मैदान में उतार सकती है. उनका कहना था कि जब बीजेपी विधानसभा चुनाव में मौजूदा सांसदों को चुनाव लड़ा सकती है तो हमारे पास भी कई ऐसे विधायक हैं जो लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं और इनमें से कई को हम भी क्यों नहीं मैदान में उतार सकते हैं?