सांचोर में स्टेट ओपन परीक्षा में डमी कैंडिडेट बिठाने वाले 4 लोगो को गिरफ्तार करने में पुलिस को कामयाबी मिली है। इस परीक्षा में जेठानी की जगह देवरानी और भाई की जगह दूसरा भाई परीक्षा देने पहुंचा था। यह परीक्षा 16 जुलाई को हुई थी जब इस तरह का मामला सामने आया था। पुलिस ने शुक्रवार को 4 मूल अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो महिलाएं शामिल हैं। डमी कैंडिडेट्स को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। स्टेट ओपन की 12वीं कक्षा की भौतिक विज्ञान की परीक्षा 16 जुलाई को थी। मामला सांचौर जिले के सरवाना थाना क्षेत्र के सुंथड़ी गांव की सरकारी स्कूल का है।16 जुलाई को जिला कलेक्टर के आदेश पर जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) भैराराम सुंथड़ी गांव के स्कूल में जांच के लिए पहुंचे तो गड़बड़झाले का खुलासा हुआ।
16 जुलाई को आयोजित हुई थी परीक्षा
सरवाना थाना इंचार्ज इंद्राज सिंह की माने तो राजस्थान में 16 जुलाई को स्टेट ओपन परीक्षा हुई थी। सरवाना थाना इलाके के गांव सुंथड़ी के सरकारी स्कूल में परीक्षा का सेंटर आया था। सूचना मिली कि परीक्षा में डमी कैंडिडेट मूल अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे रहे हैं। तब 4 डमी कैंडिडेट को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में शुक्रवार को मूल अभ्यर्थियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
अब पकडा गया मूल अभ्यर्थियों को
स्टेट ओपन परीक्षा के लिए स्कूल में कुल 77 परीक्षार्थी नामांकित थे। इसमें से 62 उपस्थित थे। इनकी जांच की गई तो एग्जाम दे रहे चार लोग डमी परीक्षार्थी निकले। शिकायत के बाद चारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अब मूल अभ्यर्थियों को पकड़ लिया है।
देवरानी, सगे भाई बने डमी कैंडिडेट
सांचौर एसपी ने बताया- मीना कुमारी (रोल नंबर- 14029233004) की 12वीं भौतिक विज्ञान की परीक्षा देने उसकी देवरानी चंपा कुमारी (पुत्री प्रभुराम निवासी बिछावाड़ी, सांचौर) सेंटर पर पहुंच गई थी। मीना और चंपा दोनों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा अनिता (रोल नंबर 140292333163) के स्थान पर इंद्रा कॉलोनी निवासी संतोष पुत्री ठाकराराम परीक्षा देने पहुंची थी। अनिता और संतोष का क्या रिश्ता है इसके बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है। प्रकाश कुमार (रोल नंबर- 14029233160) की जगह उसका सगा भाई भजनलाल पुत्र मुकनाराराम 12वीं की भौतिक विज्ञान की परीक्षा देने बैठा था। दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसी तरह प्रतापाराम (रोल नंबर- 14029233132) की जगह उसका सगा भाई मेराराम पुत्र रघुनाथाराम परीक्षा दे रहा था। दोनों को गिरफ्तार किया जा चुका है।