LK Advani health Update: जयपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) की तबियत बिगड़ गई है। उन्हें दिल्ली के एम्स (AIIMS) में भर्ती कराया गया है। जहां उन्हें ओल्ड प्राइवेट वार्ड में रखा गया है। वो इस समय यूरोलॉजी से परेशान हैं। उनका इलाज यूरोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. अमलेश सेठ कर रहे हैं। एम्स के डॉक्टर के अनुसार, एलके आडवाणी की हालत स्थिर है। उन्हें निगरानी में रखा गया है।
पिछले कई महीनों से आडवाणी की तबियत खराब चल रही है। बढ़ती उम्र के चलते उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ा था। अब बुधवारा रात 10 बजे उनकी तबियत में ज्यादा गिरावट आने पर अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। एलके आडवाणी को इसी साल भारत सरकार के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था। वो देश के उपप्रधानमंत्री भी रह चुके हैं।
यह खबर भी पढ़ें:-CM भजनलाल शर्मा आज झुंझुनूं में देंगे पेंशनर्स को बड़ी सौगात, 88.44 लाख लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर करेंगे बढ़ी हुई राशि
जेपी नड्डा ने डॉक्टर से जाना हाल
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने गुरुवार सुबह एम्स के डॉक्टर एम श्रीनिवास से फोन पर एलके आडवाणी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी के बेटे जयंत और बेटी प्रतिभा से भी बात की थी।
पिछले 10 से राजनीति से दूर हैं एलके आडवाणी
लालकृष्ण आडवाणी साल 2014 यानी पिछले करीब 10 साल से सक्रिय राजनीति से दूर हैं। वो लंबे समय से आरएसएस से जुड़े रहे हैं। एलके आडवाणी का जन्म 8 नवंबर, 1927 को पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हुआ था। अगर एलके आडवााी के राजनीति कॅरियर की बात करें तो 1951 में जब जनसंघ की स्थापना हुई, वे तब से साल 1957 तक पार्टी के सचिव रहे। वो 1973 से 1977 तक जनसंघ के अध्यक्ष रहे। वो बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में एक थे। साल 1980 से 1986 तक बीजेपी के महासचिव रहे। तीर बार बीजेपी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
यह खबर भी पढ़ें:-अब घर बैठे राशन उपलब्ध कराएगी राजस्थान सरकार, 9 लाख परिवारों को मिलेगा लाभ
लालकृष्ण आडवाणी 5 बार लोकसभा सांसद और 4 बार राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। वो 1977 से 1979 तक सूचना प्रसारण मंत्री भी रहे। 1999 में NDA की सरकार में केंद्रीय गृहमंत्री बनाया गया था। उन्होंने 2002 को उपप्रधानमंत्री पद भी संभाला था।