पटना। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार अस्थिर हो गई है। पटना और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बिहार को लेकर सियास पारा चढ़ा हुआ है। माना जा रहा है कि आज सुबह 10 बजे जदयू विधायक दल की बैठक के बाद 11 बजे मुख्यमंत्री नीतीश राजभवन जाकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं। नीतीश कुमार ने शनिवार को सीएम आवास में पार्टी की कोर कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक की। बैठक में यह तय हुआ कि रविवार को जदयू विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री आवास में होगी। उक्त बैठक में मुख्यमंत्री की विशेष रूप से संबोधन होगा।
संभवत: वह बताएंगे कि महागठबंधन की सरकार में उन्हें किस तरह से काम करने में परेशानी हो रही थी। दूसरी ओर महागठबंधन की मुख्य साझेदार राजद के नेता व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने स्पष्ट शब्दों में कह चुके हैं कि उन्होंने गठबंधन का धर्म निभाया और वह नीतीश कुमार का सम्मान भी करते हैं। वहीं, लालू यादव ने विधायकों से एकजुट रहने की अपील की है। साथ ही कहा है कि कोई भी विधायक इस्तीफा ना दे। साफ है कि लालू यादव, नीतीश की चाल का इंतजार कर रहे हैं।
नीतीश कुमार राजग में आए तो भाजपा के हो सकते हैं दो डिप्टी सीएम
दूसरी ओर यह अटकलें भी जारी हैं कि भाजपा और जदयू के बीच फिर गठजोड़ होता है तो फिर राज्य में दो डिप्टी सीएम हो सकते हैं। ये दोनों ही डिप्टी सीएम भाजपा से हो सकते हैं। इसके लिए सुशील मोदी और रेणु देवी के नाम चर्चा में हैं। पटना में शनिवार को भाजपा के विधायकों और सांसदों की बैठक हुई थी। सूत्रों के अनुसार बैठक में कोई दो टूक फैसला तो नहीं हुआ लेकिन संकेत हैं कि भाजपा नीतीश कुमार के साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए तैयार लेकिन जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लिया जाएगा।
उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश ने न तो इस्तीफा दिया है और न ही किसी ने समर्थन वापस लिया है। भाजपा ने रविवार सुबह 10 बजे एकबार फिर विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई है। उधर, एनडीए के सहयोगी दल एचएएम के भी विधायक दल की बैठक हुई जिसमें यह तय हुआ कि पार्टी पीएम मोदी का समर्थन करेगी।
कांग्रेस की बैठक आज
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने पूर्णिया में कहा कि शनिवार को विधायक दल की बैठक नहीं बुलाई गई है। शनिवार को न्याय यात्रा को लेकर बैठक थी। विधायक दल की बैठक रविवार को होगी। उन्होंने कहा कि सरकार स्थिर है और कु छ भी नहीं हुआ है। बिहार में राजनीतिक हालात की संभावनाओं पर अखिलेश सिंह ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
राजद: फिलहाल बहुमत के आंकड़े से दूर
नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद सरकार बनाने का दावा पेश करती है तो उसे विधानसभा में अपनी ताकत साबित करनी होगी। जदयू के बिना विधानसभा में महागठबंधन के पास 115 विधायक होंगे जो संख्या बहुमत के आंकड़े से 8 कम है। बहुमत का आंकड़ा 122 सीटों का है।
दोनों पक्षों मे टकराव ऐसे आया सतह पर
जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी को सीएम नीतीश कुमार की ओर से खुलकर धन्यवाद किए जाने और इसी दौरान परिवारवाद पर उनकी टिप्पणी से समझा जाता है कि राजद व जदयू के बीच दरी बढ़ी है।