Pm Modi and Emmanuel Macron Jaipur Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के जयपुर दौरे पर दोनों देशों के बीच 25 साल के रिश्ते की एक नई इबारत लिखी गई जहां दोनों वैश्विक नेताओं के बीच गजब की बॉन्डिंग देखी गई. 26 जनवरी की परेड में शामिल होने आए मैक्रों ने एक दिन पहले गुलाबी नगरी जयपुर को निहारा जहां परकोटे में प्रधानमंत्री के साथ एक रोड शो भी किया.
मोदी और मैक्रों रोड शो के बाद बड़ी चौपड़ के पास बने विश्व धरोहर हवामहल को देखने पहुंचे जहां दोनों ने हवामहल की खूबसूरती निहारने के बाद वहां फोटो खिंचवाई औऱ करीब 10 मिनट तक दोनों नेताओं ने हवामहल के सामने ही बिताए.वहीं मैक्रों हवामहल की कारीगरी को देखकर हैरान रह गए और उन्होंने वहां मौजूद गाइड से कई सवाल भी पूछे.
हवामहल को देख मैक्रों के मन में आया सवाल
वहीं हवामहल को निहारने के दौरान फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने चकित हुए और कई सारी खिड़कियां देखकर उन्होंने पूछा कि इसमें कुल कितनी खिड़कियां हैं और इतनी खिड़कियां क्यों बनाई गई थी. वहीं मैक्रों के इस सवाल पर वहां मौजूद गाइड ने जवाब देते हुए कहा कि हवामहल में कुल 953 खिड़कियां हैं और यह महल राजा ने रानियों के लिए तैयार करवाया था. इसके अलावा गाइड ने यह भी बताया कि गर्मियों के दिनों में ठंडी हवा आने के लिए महल में ये खिड़कियां बनवाई गई.
हवामहल की खिड़कियों के रंग को लेकर आया सवाल
वहीं जानकारी के मुताबिक फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने गाइड से पूछा कि हवामहल की खिड़कियों में लगे शीशों का रंग नीला क्यों है. इसके बाद गाइड ने जवाब देते हुए कहा कि शीशों का रंग नीला होने के पीछे कारण है कि इन शीशों में से रानियां महल से बाहर का सारा नजारा उस जमाने में देखती थी लेकिन इन खिड़कियों की खासियत ये है कि इनमें से बाहर से कोई भी हवामहल के अंदर नहीं देख सकते थे. वहीं गाइड का जवाब सुनकर मैक्रों ने कहा वॉउ.