Rajasthan News: अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) में राजस्व मंत्री रहे रामलाल जाट (Ramlal Jat) की धोखाधड़ी के मामले में मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शिकायतकर्ता परमेश्वर ने अब 5 करोड़ के धोखाधड़ी मामले में सीआईडी जांच रिपोर्ट के खिलाफ प्रोटेस्ट याचिका दायर की है। राजसमंद के माइनिंग व्यवसायी परमेश्वर जोशी ने 5 करोड़ की धोखाधड़ी करने और माइनिंग खान को हड़पने का आरोप लगाया था। इसके बाद रामलाल जाट सहित 5 लोगों के खिलाफ 17 सितंबर को कोर्ट के आदेश के बाद भीलवाड़ा के करेड़ा थाने में एफआईआर (FIR) दर्ज हुई थी।
FIR दर्ज होने के बाद हाई प्रोफाइल केस होने की वजह से सीआईडी उदयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल स्वरूप मेवाड़ा ने जांच शुरू की। अब करेड़ा थाना प्रभारी सुनील बेड़ा ने बताया कि सीआईडी सीधी ने जांच पूरी कर ली है और भीलवाड़ा मांडल कोर्ट में 1069 पेज की रिपोर्ट पेश की है। कोर्ट ने व्यवसायी परमेश्वर जोशी द्वारा लगाए गए आरोपों और दर्ज करवाए गए मामले को सिविल यानी लेन देन बताते हुए खारिज कर दिया।
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शिकायतकर्ता ने दर्ज मामले में क्या कहा?
माइनिंग व्यवसायी परमेश्वर जोशी का कहना है कि उन्होंने खनन, मशीन चोरी करने, ब्लैकमेल और डराने धमकाने के साथ जबरन संपत्ति हड़पने का मामला दर्ज करवाया था, लेकिन जांच अधिकारियों ने फर्जी तरीके से सबूत पेश किए। शिकायर्तकर्ता ने अब जांच के खिलाफ कोर्ट में प्रोटेस्ट याचिका दायर की है और केश में पेश किए गए सबूतों की ट्रायल कराने की अपील की है। बता दें कि इस मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए पूर्व मंत्री रामलाल जाट ने पिछले साल 14 दिसंबर को हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।
क्या है पूरा मामला?
राजसमंद के गढ़बोर निवासी परमेश्वर पुत्र रामलाल जोशी ने पुलिस रिपौर्ट में बताया कि वह करेड़ा के रघुनाथपुरा में मैसर्स अरावली ग्रेनि मार्मो प्रा. लि. नाम से ग्रेनाइट मांइस का काम करता है। माइंस में वह डायरेक्टर और शेयर होल्डर है। कंपनी का रजिस्ट्रेशन श्याम सुंदर गोयल और चंद्रकांत शुक्ला के नाम से है। जिस समय कंपनी का रजिस्ट्रेशन हुआ तो उस समय परमेश्वर, श्याम सुंदर और चंद्रकांत से 10 करोड़ रुपए मांगते था। इसके चलते इन दोनों ने माइंस के 50 प्रतिशत शेयर परमेश्वर और उसकी पत्नी भव्या जोशी के नाम कर दिए थे।
वहीं बाकी बचे 50 प्रतिशत शेयर का सौदा श्याम सुंदर और चंद्रकांत ने पूर्व मंत्री रामलाल जाट से कर दिया। रामलाल जाट ने माइंस के शेयर अपने रिश्तेदार मोना चौधरी और सुरेश जाट के नाम करवा दिए। इन शेयर के पैसे पूर्व मंत्री रामलाल जाट को 5 करोड़ परमेश्वर, श्याम सुंदर और च्रंदकांत को देने थे। परमेश्वर ने आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री रामलाल जाट ने शेयर ट्रांसफर कराने के बाद 5 करोड़ देने का वादा किया था, लेकिन जब शेयर ट्रांसर हो गए मंत्री ने 5 करोड़ रुपए देने से साफ इनकार कर दिया।
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