Chhattisgarh Election : रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा की दूसरी सूची जारी होने के साथ ही पार्टी पर सियासी हमले शुरू हो गए हैंं। भाजपा ने राज्य में मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की जगह अपने सांसदों सहित कई दिग्गजों को मैदान में उतारा है। बड़े चेहरों की चर्चा सीएम पद के दावेदार के रूप में हो रही है। राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सूची पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा हारे हुए लोगों पर दांव लगा रही है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने 2018 में विधानसभा चुनाव भूपेश बघेल के नेतृत्व में लड़ा थी, जिन्होंने भाजपा के तिलिस्म को तोड़ दिया था। 90 में से 68 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार भी राज्य में बघेल ही पार्टी का चेहरा बने हुए हैं। राज्य में कांग्रेस उम्मीदवारों ने नामों को अंतिम रूप देने के लिए 13 अक्तूबर को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार स्क्रीनिंग कमेटी की कई दौर की बैठक पहले हो चुकी हैं। 90 में से 65 विधानसभा सीटों पर एक-एक नाम तय कर लिए गए हैं। 25 सीटों पर पैनल में दो या तीन नाम पर अभी निर्णय होना बाकी है। इसके अलावा वर्तमान के 17 विधायकों की खराब परफॉर्मेंस के कारण पार्टी टिकट कट सकती है।
जल्द जारी होगी कांग्रेस की सूची
कांग्रेस की सूची जारी होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएससी की बैठक के बाद जल्द ही सूची जारी कर दी जाएगी। अब इसमें बहुत ज्यादा देर नहीं है। एक साथ 90 सीटों पर सूची जारी होने के सवाल पर कहा कि ये पार्टी हाईकमान पर निर्भर है। हालांकि भाजपा की अभी पांच सीटों पर सूची आनी बाकी है।
भाजपा में अभी भी रमन सिंह की चल रही
दूसरी ओर सीएम बघेल ने केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह व दो अन्य भाजपा सांसदों को टिकट दिए जाने पर कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री को दूसरे लोकसभा क्षेत्र से टिकट गया है। वह सरगुजा से सांसद हैं, लेकिन कोरबा से टिकट दिया गया। इसी तरह विष्णुदेव साय पत्थलगांव रहते हैं, तो उन्हें कुनकुरी से टिकट दिया गया। गोमती साय कुनकुरी रहती हैं तो उन्हें पत्थलगांव से टिकट दिया गया है। ओपी चौधरी खरसिया से पलायन कर गए। राजनांदगांव से पूर्व सीएम रमन सिंह को टिकट दिए जाने पर बघेल ने कहा कि अभी भी उनकी ही चल रही है। भले ही वो अरुण साव को बगल में बैठा लें पर चल उन्हीं की रही है। टिकट नहीं मिलने पर भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी पर कहा कि भाजपा अलोकतांत्रिक पार्टी है, उसमें कार्यकर्ताओं की बातें नहीं सुनी जाती है। उन पर केवल थोपे जाते हैं।
भाजपा ने जानबूझकर लीक की थी सूची
इससे पहले भाजपा की वायरल सूची जो लेकर सीएम ने फिर से सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसा जानबूझकर किया गया। यदि ऐसा नहीं होता तो कई जगहों पर ईडी की रेड पड़ चुकी होती। भाजपा की जो सूची जारी हुई है, उसमें अधिकतर वहीं नाम हैं, जो लीक हुए थे। ये सब भाजपा की रणनीति के तहत हुआ है। यह जानबूझकर लीक किया गया है। सोशल मीडिया में पोस्ट को लेकर कहा कि भाजपा अब निम्न स्तर पर उतर आई है। उनके ऑफिशियल पेज पर पोस्ट गलत ढंग से किए जा रहे हैं। इसका मतलब साफ है कि बीजेपी अब अपने असली चेहरे पर आ गई है। अब उनका नकाब उतर चुका है। दो फे स में चुनाव कराए जाने पर कहा कि पहले भी दो चरण में चुनाव कराए गए थे।
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