जयपुर। राजस्थान में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है। चुनाव की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। चुनाव आयोग कभी भी आचार संहिता लगाने की घोषणा कर सकता है। इससे पहले ही सभी पार्टियों ने चुनाव के लिए जी-जान लगा दी है। विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में हेलीकॉप्ट के लिए मारामारी शुरू हो गई है।
हालात ये हो गए है कि दोगुना पैसा देने के बाद भी हेलीकॉप्टर किराए पर नहीं मिल रहा है। दरअसल, चुनाव से पहले प्रदेश के नेताओं ने हेलीकॉप्टर्स की प्री-बुकिंग करवा ली है। नेताओं के हेलीकॉप्टर की प्री-बुकिंग के कारण डिमांड सप्लाई में बड़ा गैप आ गया है और किराया आसमान पर पहुंच गया है। आम दिनों में जो किराया पांच लाख था वो चुनाव के चलते 12 लाख रुपए को पार कर गया है।
प्रदेश के बड़े नेताओं ने करवाई हेलीकॉप्टर की बुकिंग…
प्रदेश के बड़े नेताओं ने हेलीकॉप्टर की बुकिंग करवाई है। इनमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अलावा पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने डबल इंजन हेलीकॉप्टर की बुकिंग कराई है। तीन घंटे के लिए 12 लाख रुपए किराया देना होता है। पोस्टर फेंकने के लिए सिंगल इंजन हेलिकॉप्टर काम में लिए जाएंगे, जिसका किराया करीब दो लाख रुपए प्रतिघंटा है। सूत्रों के मुताबिक, मंत्री लेवल के अधिकांश नेताओं ने भी डबल इंजन हेलीकॉप्टर की बुकिंग करवाई है।
ये नेता करेंगे हवाई दौरे…
चुनाव के दौरान हवाई यात्रा करने वालों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल, बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़, रामलाल जाट और कई मंत्री और विधायक शामिल हैं।
कोई भी हेलीकॉप्टर खाली नहीं…
सोहन सिंह, ए वन हेलीकॉप्टर के अनुसार, चुनाव से पहले सभी हेलीकॉप्टर्स की बुकिंग की जा चुकी है। वर्तमान में चुनाव के लिए कोई अवैलेबिलिटी नहीं है। सामान्य दिनों की बजाय किराया डेढ़ से दोगुना है, लेकिन हेलीकॉप्टर उपलब्ध नहीं होने के चलते सभी नेताओं को बुकिंग के लिए मना करना पड़ रहा है।
(इनपुट-निरंजन चौधरी)