Nagar Nigam Heritage : जयपुर। हेरिटेज में विकास की जगह मच रहा घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। निगम में अतिरिक्त आयुक्त रहे राजेन्द्र वर्मा अभद्रता मामले में डीएलबी के नोटिस को लेकर उपमहापौर असलम फारूकी ने आपत्ति जताई है। बुधवार को उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि जब मामले की जांच माणक चौक पुलिस कर रही है तो डीएलबी को जल्दी क्यों थी? उन्होंने कहा कि जांच में मुझसे और आरोपी बनाए किसी भी पार्षद से डीएलबी ने पक्ष तक नहीं जाना। भाजपा के पार्षदों ने भी एक दिन का धरना दिया था। प्रतीत होता है कि हमारे ही कुछ लोग भाजपा के साथ मिलकर साजिश रच रहे हैं।
मुनेश के साथ उपमहापौर को भी बनाया दोषी
दरअसल, बीट पत्रावलियों को रोकने को लेकर हुए विवाद के बाद राजेन्द्र वर्मा ने मुनेश गुर्जर, उप महापौर असलम फारूकी सहित 11 कांग्रेस पार्षदों के खिलाफ माणक चौक थाने में मामला दर्ज कराया था। उसकी जांच माणक चौक एसीपी हेमंत जाखड़ कर रहे हैं। वर्मा ने एक शिकायत डीएलबी में भी की थी। ऐसे में डीएलबी ने जांच पूरी करते हुए मुनेश गुर्जर, असलम फारूकी सहित पार्षदों को दोषी मान लिया और तीन दिन में स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं।
आज देंगे डीएलबी को जवाब
डीएलबी ने मुनेश गुर्जर और अन्य सभी को 11 अगस्त को नोटिस जारी किया था और मामले में अपना जवाब तीन दिन में देने की कही थी। ऐसे में सभी को 17 अगस्त तक अपना जवाब पेश करना है।
हेरिटेज निगम में ध्वजारोहण पर विवाद
स्वतंत्रता दिवस पर हेरिटेज निगम में निगम आयुक्त के ध्वजारोहण करने पर विवाद हो गया है। उपमहापौर असलम फारूकी ने इस मामले में आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि हेरिटेज महापौर के निलंबन के बाद संवैधानिक पद पर उपमहापौर बड़ा होता है और ध्वजारोहण का अधिकार भी उसे ही होता है। हेरिटेज आयुक्त राजेंद्र सिंह शेखावत ने बिना बताए पहले ही ध्वजारोहण कर दिया, जबकि वे खुद वहां मौजूद थे। नियम से उपमहापौर को ही ध्वजारोहण करना चाहिए था। मामले में वीडियो के जरिए मुख्यमंत्री से संज्ञान लेने के लिए निवेदन भी किया है।
न्यायपालिका पर पूरा भरोसा
उपमहापौर असलम फारूकी ने कहा कि पूरा मामला झूठा है। न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है कि जांच में सच सामने आ जाएगा। ये सब भाजपा की चाल है। हमारे कुछ लोग भी इसमें शामिल हैं। मामले को लेकर सभी पार्षद सीएम से मिलेंगे।
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