सीकर। राजस्थान के सीकर में एक युवक की हत्या का मामला सामने आया है। मंगलवार सुबह पुलिस ने युवक का क्षत विक्षत शव भदवासी गांव के पास रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया है। युवक के हाथ और पैर रस्सी से बंधे हुए थे। मौत से पहले युवक ने पुलिस कंट्रोल रूम में खुद के किडनैप की बात कही थी। वहीं परिवार ने भी हत्या का आरोप लगाया है।
जानकारी के अनुसार, झुंझुनूं जिले के मोतीसिंह की ढाणी, वार्ड संख्या 50 का रहने वाला आलोक राजोरिया (32) पुत्र राधेश्याम राजोरिया था। ट्रैक पर शव मिलने पर रेलवे के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर दादिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को जानकारी दी। युवक बिजली विभाग में टेक्निकल हेल्पर के पद पर नौकरी कर रहा था। सोमवार सुबह घर से ड्यूटी जाने के लिए निकला था, लेकिन रात तक वापस नहीं लौटा।
अपहरण कर हाथ-पैर बांध रेलवे ट्रैक पर फेंका…
परिजनों ने युवक की हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि लेनदेन के विवाद में आलोक का सोमवार रात को पिपराली चौराहे से अपहरण किया गया था। परिजनों ने बताया कि आलोक ने खुद रात करीब 10 बजे कंट्रोल रूम में फोन किया था और रामनिवास नाम के युवक को खुद के किडनैप की बात कही थी। जिसके बाद बदमाशों ने उसे हाथ-पैर बांधकर भादवासी गांव के पास रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। मंगलवार सुबह करीब 4 बजे युवक का शव भादवासी-कटराथल के बीच रेलवे ट्रैक पर मिला। उसके दोनों पैर भी बंधे थे। परिजनों ने हत्या का मामला दर्ज करवाया है।
लेन-देन का चल रहा था विवाद…
मृतक के परिजनों ने बताया कि साल 2015 में आलोक बिजली विभाग में टेक्निकल हेल्पर के पद पर नौकरी लगा था। साल 2018 में उसकी शादी हुई थी। युवक 3 भाई है, जिनमें से दो भाई मनोज और संजय आर्मी में तैनात हैं। वहीं मृतक के पिता राधेश्याम टेलरिंग का काम करते हैं। परिजनों ने बताया कि आलोक का रुपए के लेन-देन का विवाद चल रहा था। वहीं पुलिस की जांच में सामने आया है कि मृतक ने मरने के पहले अपने लेनदारों को कई वीडियो भी भेजे थे। जिसमें उसने उन्हें फंसाने और लेनदेन की बातचीत भी की। पुलिस ने परिजनों की शिकायत में रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।