लंदन। अक्सर कहा जाता है कि इंसान जानवरों से भी ज्यादा खतरनाक है। उसे खतरनाक शिकारी के रूप में देखा जाता है। अब वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च करके साबित किया है कि इंसान वाकई खतरनाक है। यूके के वैलिंगफोर्ड, ऑक्सफोर्डशायर में स्थित सेंटर फॉर इकोलॉजी एंड हाइड्रोलॉजी में हुई एक स्टडी के बाद वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि इंसान शार्क जैसे जानवरों से भी तीन गुना ज्यादा खतरनाक है। वैज्ञानिकों के मुताबिक इंसान कभी भोजन, कभी दवाई तो कभी पालतू बना कर लगभग जानवरों का शोषण करता है। इससे दुनिया के आधे जानवर गायब होने का खतरा बढ़ा है।
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39 फीसदी जानवर लुप्त होने की कगार पर
वैज्ञानिकों का कहना कि इंसानों की प्रवृत्ति प्रकृ ति के साथ-साथ इकोलॉजी के लिए भी गंभीर परिणामों की चेतावनी की तरह है। डॉ. रॉब कुक ने कहा, ‘हमें जो कुछ भी रिसर्च में मिला उसने हमें हैरान कर दिया था।’ रिसर्चर्स ने करीब 50,000 विभिन्न जंगली स्तनधारियों, पक्षियों, सरीसृपों, उभयचरों और मछलियों के डेटा पर अध्ययन किया था। इनमें से 39 फीसदी ऐसे जानवर हैं जो गायब होने की तरफ है।
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शेर व बाघ से भी ज्यादा डेंजरस
इंसान का असर सफेद शार्क, शेर या बाघ जैसे खतरनाक शिकारी जानवरों की तुलना में 300 गुना ज्यादा है। डॉ. रॉब का कहना था कि इंसान एं थ्रोपोसीन में प्रवेश कर रहे हैं। यह वह अवधि जिसके दौरान मानव गतिविधि का जलवायु और पर्यावरण पर प्रमुख प्रभाव बन रहा है। रिसर्च में यह चेतावनी दी गई है कि जंगली जानवरों का ज्यादा प्रयोग बायोडाइवर्सिटी और इकोलॉजी के लिए हानिकारक होगा और इसके गंभीर परिणाम होंगे।