वॉशिंगटन। नासा का एक अंतरिक्ष यान पृथ्वी की निचली कक्षा में एक रूसी सैटेलाइट से टकराने से बच गया। इस घटना ने दिखा दिया है कि अंतरिक्ष में मौजूद कचरा कितना ज्यादा खतरनाक हो सकता है। नासा का थर्मोस्फीयर आयनोस्फीयर एनर्जेटिक्स एंड डायनेमिक्स (TIMED) मिशन अंतरिक्ष यान और रूस का कॉसमॉस 2221 सैटेलाइट 28 फरवरी को अमेरिकी समय के मुताबिक सुबह डेढ़ बजे एक दूसरे के करीब से गुजरे थे। तब यह दोनों अंतरिक्ष यान धरती से 600 किमी की ऊंचाई पर थे। दोनों इस दौरान टकराने से बच गए। TIMED अंतरिक्ष यान पृथ्वी के वायुमंडल पर सूर्य के प्रभावों की निगरानी करता है। अगर टक्कर होती तो यह उपग्रह नष्ट हो जाता।
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साथ ही अंतरिक्ष में भारी मलबा फैल जाता, जो बाकी सैटेलाइटों के लिए खतरनाक होता और भयानक टक्कर शुरू हो सकती थी। नासा और रक्षा विभाग के प्रतिनिधियों ने एक बयान में कहा, ‘टकराव के परिणाम से बड़ा संख्या में मलबा पैदा हो सकता है।’ पृथ्वी की निचली कक्षा (180-2000 किमी की ऊंचाई) में इस तरह के टकराव को केसलर सिंड्रोम कहा जाता है, जिसे 2013 की फिल्म ग्रेविटी में दिखाया गया था। इस फिल्म में मलबे ने पूरे स्पेस स्टेशन को नुकसान पहुंचाया था।
मलबे को खत्म करेंगे चार रोबोट
वर्तमान में वैज्ञानिक पृथ्वी के अंतरिक्ष कबाड़ की समस्या से निपटने के तरीकों पर काम कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों की एक टीम ने लेजर से विस्फोट करके अंतरिक्ष से छोटे कबाड़ को हटाने के प्रस्ताव रखा। जबकि यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA) ने अंतरिक्ष कबाड़ को पकड़ने के लिए चार रोबोट लॉन्च की योजना बनाई है। ESA 2025 में इस मिशन को लॉन्च करने को लेकर काम कर रहा है। ESA के महानिदेशक जॉन वॉर्नर ने सैटेलाइट लॉन्च करने वाली कं पनियों और एजेंसियों को कूड़ा साफ करने के लिए जिम्दार बनाने वाले में नियमों का आह्वान किया है।
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