नई दिल्ली। पठानकोट हमले के मास्टमाइंड आंतकी शाहिद लतीफ की पाकिस्तान में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आंतकी लतीफ पर अज्ञात लोगों ने उस वक्त गोलियां चलाईं, जब वो सियालकोट की मस्जिद में मौजूद थे। बता दें कि आतंकी शाहिद लतीफ एनआईए की मॉस्टवांटेड लिस्ट में शामिल था।
गौरतलब है कि यह दूसरी बार है कि जब भारत की मोस्ट वांटेड के लिस्ट में शामिल किसी आतंकी विदेशी धरती पर हत्या हुई है। इससे पहले इसी साल 18 जून को आतंकी हरदीप निज्जर की ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारे की पार्किंग में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सियालकोट की मस्जिद में बुधवार सुबह आंतकी शाहिद लतीफ पर उस वक्त अज्ञात लोगों ने गोलियां बरसाईं जब वो नमाज पढ़ने के लिए आते थे। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की सुरक्षा के बावजूद भी आतंकी शाहिद की हत्या के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे है।
पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड था आंतकी शाहिद
41 वर्षीय शाहिद लतीफ आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का एक प्रमुख सदस्य था। ऐसे में उसकी मौत से जैश ए मोहम्मद को बड़ा झटका लगा है। मारा गया आतंकी लतीफ 2 जनवरी 2016 के पठानकोट हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था। उसी ने 4 आतंकियों को हमला करने के लिए पठानकोट भेजा था। इस आतंकी हमले में 7 जवान शहीद हो गए थे। इसके आलावा शाहिद लतीफ पर साल 1999 में इंडियन एयरलाइंस के प्लेन के हाइजैक करने का भी आरोप है।
16 साल भारत की जेल में बंद रहा था
आतंकी गतिविधि को अंजाम देने के आरोप में शाहिद लतीफ को यूएपीए के तहत नवंबर 1994 में भारत में गिरफ्तार किया गया था। आतंकी लतीफ को करीब 16 साल तक जेल में रहना पड़ा था। लेकिन सजा पूरी होने के बाद साल 2010 में आतंकी लतीफ को वाघा बॉर्डर के रास्ते पाक भेज दिया गया था। वहां पहुंचते ही लतीफ जिहादी फैक्ट्री में वापस चला गया था। भारत की एनआईए ने लतीफ को वांछित आतंकियों की लिस्ट में शामिल किया था।
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