नई दिल्ली। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था खराब होने वहां के हालात बिगड़ गए है। वहां की अर्थव्यवस्था धराशायी होने से खाने-पीने से लेकर हर चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। यहां पेट्रोल की कीमतें 300 रुपये को पार कर गई हैं। पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई को लेकर चारों तरफ प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच फेडरेशन ऑफ अमेरिकी साइंटिस्ट ने चौकाने वाला खुलासा किया है। आर्थिक संकट से झूझने के बावजूद भी पाकिस्तान लगातार अपने हथियारों को बढ़ाते हुए परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ा रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, तमाम मिलिट्री गैरिसन और एयरफोर्स बेस की हालिया सैटेलाइट तस्वीरों का विश्लेषण करने पर पता चला कि पाकिस्तान ने हाल-फिलहाल में परमाणु हथियारों के लिए नई लॉन्चर फैसेलिटीज बनाई है।
फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान दो मोर्चे पर काम कर रहा है। एक तरफ परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ा रहा है, तो दूसरी तरफ नए हथियारों के लिए तेजी से रॉ मैटेरियल भी जुटा रहा है।
पाकिस्तान के पास करीब 170 परमाणु हथियार…
अमेरिकी परमाणु वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि पाकिस्तान के पास लगभग 170 परमाणु हथियारों का जखीरा है और यह आंकड़ा साल 2025 तक बढ़कर लगभग 200 पहुंच सकता है। 11 सितंबर को बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स में प्रकाशित न्यूक्लियर नोटबुक कॉलम में वैज्ञानिकों ने बताया कि हमारा अनुमान है कि पाकिस्तान के पास अब लगभग 170 हथियारों का परमाणु हथियार भंडार है। अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी ने 1999 में अनुमान लगाया था कि पाकिस्तान के पास 2020 तक 60 से 80 हथियार होंगे, लेकिन तब से कई नए हथियार प्रणालियों को तैनात और विकसित किया गया है। ऐसे में इस संख्या के बढ़ने का अनुमान है।
अमेरिकी वैज्ञानिक ने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों का पता लगाने के लिए ऐसी सामग्री का इस्तेमाल किया, जो पहले से सार्वजनिक हैं। डीक्लासिफाइड डॉक्यूमेंट्स, डिफेंस बजट एलोकेशन, मिलिट्री परेड और सैन्य अफसरों के स्टेटमेंट का विश्लेषण किया गया। इसके अलावा पाकिस्तानी मिलिट्री गैरिसन और एयरफोर्स बेस की ताजा सैटेलाइट तस्वीरों का भी विश्लेषण किया गया।
परमाणु हथियार कहां रखता है पाकिस्तान?
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के पास कम से कम 5 ऐसे मिलिट्री और एयरफोर्स बेस हैं, जहां वह अपने परमाणु हथियारों को जमा कर रहा है। इसमें एकरो, गुजरांवाला, खुज्दर, पानो आकिल और सरगोधा गैरिसन शामिल है। अमेरिकी रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पास मौजूद परमाणु हथियार का ठिकाना कराची में स्थित मसरूर एयरबेस है। इसी एयरबेस में मिराज की 3 स्क्वाड्रन मौजूद है। यहां से 5 किमी दूर पश्चिम-उत्तर इलाके में न्यूक्लियर वेपन का गोदाम है।
पाकिस्तान मसरूर एयरबेस के अलावा मिन्हास कामरा एयरबेस और शहबाज एयरबेस में भी परमाणु हथियार रखता है। इसके अलावा पाकिस्तान के पास 6 तरह की किलर मिसाइलें हैं जो परमाणु हथियार दागने की क्षमता रखती हैं। इसमें कम दूरी की अब्दाली, गजनवी, शाहीन और नस्र शामिल हैं। वहीं मध्यम दूरी तक मार करने वाली गौरी और शाहीन 2 मिसाइलें हैं। पाकिस्तान परमाणु बम गिराने वाली दो और मिसाइलों पर काम कर रहा है। इनका नाम शाहीन 3 और कई परमाणु बम ले जाने में सक्षम अबाबील मिसाइल है।
साल 2025 तक पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की संख्या और बढ़ेगी…
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान 4 नए प्लूटोनियम प्रोडक्शन रिएक्टर पर भी काम कर रहा है। इसके साथ ही एक यूरेनियम रिएक्टर की क्षमता भी बढ़ा रहा है और उसके आसपास नए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है। जिससे उसकी क्षमता और बढ़ सकती है। अनुमान है कि 2025 तक पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की संख्या 200 तक पहुंच जाएगी। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि पाकिस्तान हर साल 14-27 हथियारों के लिए रॉ मैटेरियल इकट्ठा कर रहा है और कम से कम 5 से 10 न्यूक्लियर वॉरहेड्स प्रोड्यूस भी कर रहा है।