Israel Hamas War : इजराइल-हमास के बीच शुरू हुई जंग का आज 10वां दिन है। इस जंग में अब तक इजराइल के हमलों से गाजा में बच्चों और महिलाओं सहित 2,450 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है। वहीं, हमास के हमले में करीब 1,400 इजराइली मारे गए हैं। इधर, हमास के आतंकियों को मिटाने के लिए इजराइली सेना पूरी तरह तैयार है। इजराइली सेना ने गाजा में मिलिट्री ऑपरेशन की पूरी तैयारी कर ली है।
हमास द्वारा किए गए हमले का इजरायल ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। इजरायल ने गाजा पट्टी में ऐसी बमबारी की जिसके बाद चारों तरफ लोगों की रोते-बिलखते लोगों की चीख-पुकार और टूटी इमारतें ही नजर आ रहे हैं।
हमास ने इजरायल को छोटा सा देश समझ कर हमला किया था, लेकिन हमास को यह पता नहीं था कि उस छोटे से देश इजरायल की गितनी दुनिया के सबसे पॉवरफुल देशों में की जाती है।
इजरायल भले ही बेहद छोटा देश हो, लेकिन उसकी आर्थिक स्थिति मजबूत है। इजरायल की आर्थिक स्थिति से मजबूत होने के कारण उसे ताकतवर बनाती है। आखिर इस छोटे से देश इजरायल की आखिर खासियत क्या है, आइए जानते है।
इजरायल आर्थिक रूप से बेहद मजबूत…
इजरायल की सबसे बड़ी ताकत उसकी आर्थिक स्थित है। इजरायल की जीडीपी साल दर साल लगातार बढ़ती ही रहती है। साल 2023 में इजरायल की जीडीपी 564 अरब डॉलर है। अगर इसकी प्रति व्यक्ति आय की बात करें तो ये लगभग 58,000 डॉलर है। जो अपने आप में बहुत ज्यादा है। वहीं इसकी तुलना में फिलिस्तीन कहीं भी नहीं टिकता, क्योंकि इसकी जीडीपी सिर्फ 19 अरब डॉलर के करीब है और यहां की प्रति व्यक्ति आय भी इजरायल से बहुत कम है। ये आंकड़ा 3,789 डॉलर है।
इजरायल एक निर्यात देश, कई देशों से संबंध…
इजरायल की अर्थव्यवस्था की सबसे बड़ी ताकत उसका निर्यात है। इजरायल के कई देशों अमेरिका, चीन, भारत, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे से कारोबारी रिश्ते है।
इजरायल से हीरे-मोती, ज्वैलरी, फर्टिलाइजर्स, इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट और क्रूड ऑयल का एक्सपोर्ट किया जाता है। इजरायल के सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर्स भारत है। दोनों देशों के बीच करीब 10 बिलियन डॉलर से भी अधिक का आयात-निर्यात है। इसमें निर्यात 8.5 बिलियन डॉलर का, तो आयात 2.3 बिलियन डॉलर है।
इजरायल में डिफेंस बजट 2 लाख करोड़ रुपए…
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल का डिफेंस बजट करीब 2 लाख करोड़ रुपए यानी 23.4 बिलियन डॉलर का है। बता दें कि ये बजट इजरायल की कुल जीडीपी का 4.5 फीसदी है, जबकि ग्लोबली डिफेंस पर जितना खर्च होता है, उसमें इजरायल की हिस्सेदारी करीब एक फीसदी होती है। डिफेंस बजट के मामले में भले ही इजरायल काफी देशों से पीछे हो, लेकिन जीडीपी के आधार पर डिफेंस पर बजट पर खर्च इजरायल को दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश बनाता है। इस मामले में रूस, अमेरिका, भारत और चीन जैसे बड़े देश भी पीछे है।
सुरक्षा के हिसाब से इजरायल का डिफेंस सिस्टम काफी मजबूत है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण आयरन डोम है। जो किसी भी देश की ओर आने वाली मिसाइलों-रॉकेट को हवा में ही मार गिराने की क्षमता रखता है। इजरायल के इस अत्याधुनिक डिफेंस सिस्टम को देश का सुरक्षा कवच कहा जाता है। इजरायल ने इसे अमेरिका के सहयोग से तैयार किया है। साल 2004 में आयरन डोम को बनाने का विचार इजरायली ब्रिगेडियर जननरल टैनियल गोल्ड को आया था। आयरन डोम की लागत की बात करें तो रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये तकरीबन 3 लाख करोड़ रुपये के आस-पास है।
उत्तराखंड से कम आबादी, फिर भी कोई आंख उठाकर नहीं देख सकता…
क्षेत्रफल की दृष्टि से इजरायल बहुत छोटा है, लेकिन सैन्य तौर पर काफी पॉवरफुल है। सैन्य ताकत की वजह से ही इजरायल हर हमले को मुंहतोड़ जवाब देता है। इजरायल की सैन्य ताकत हमास पर कहर बनकर टूटा है। दरअसल, वर्तमान में इजरायल की आबादी करीब 98 लाख है। अगर आबादी में इजरायल की तुलना भारत से की जाए तो इसकी उत्तराखंड से भी कम है। उत्तराखंड की आबादी करीब 1.14 करोड़ है। अगर क्षेत्रफल की बात करें तो इजरायल का क्षेत्रफल 22,145 वर्ग किलोमीटर मीटर है, जबकि इससे ज्यादा भारत में मणिपुर का क्षेत्रफल 22,327 वर्ग मीटर है। इतना छोटा देश होने के बावजूद इजरायल की ताकतवर है और इसी के चलते उस पर कोई आंख उठाकर नहीं देख सकता।