इंडोनेशिया के जावा में बीते सोमवार को 5.3 तीव्रता का भूकंप आया था। जिसमें अभी तक 162 लोगों की मौत हो गई थी और 700 लोग घायल हो गए हैं। अभी जावा में बचाव और राहत कार्य जारी है। लेकिन अब सोलोमन आईलैंड पर जबरदस्त भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.3 मापी गई है। हालांकि अभी तक यहां किसी तरह के जानमाल की नुकसान की खबर नहीं आई है। लेकिन अब आइलैंड में अब सुनामी की चेतावनी जारी की गई है।
मृतकों में अधिकतर स्कूली बच्चे
वहीं दूसरी तरफ जावा में अभी तक चीख-पुकार मची हुई है। वेस्ट जावा के गवर्नर रिदवान कामिल ने जानकारी देते हुए बताया है कि जितने लोगों की इस भूकंप में मौत हुई है उनमें से अधिकतर स्कूली बच्चे हैं। दरअसल जिस समय भूकंप यह तेज झटका आय़ा। उस वक्त इस्लामिक पब्लिक स्कूल में बच्चों की पढ़ाई का तो समय पूरा हो गया था लेकिन वे एक्स्ट्रा क्लास ले रहे थे। उसी वक्त भूकंप आने से स्कूल की इमारत ढह गई और मलबे में सभी बच्चे दब गए। वहीं भूकंप से ढही इमारतों में से जो लोग सुरक्षित निकाले गए हैं, उन लगभग 13 हजार लोगों को सुरक्षिक स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
भूकंप के बाद से 25 बार महसूस किया गया कंपन
बता दें कि जावा में आए भूकंप का केंद्र राजधानी जकार्ता से दक्षिण-पूर्व 75 किमी दूर सियांजुर शहर में था। भूकंप के चलते अभी तक शहर में बिजली और संचार सुविधाएं बहाल नहीं की गई हैं। क्योंकि जब से भूकंप आया है तब से करीब 25 बार कंपन महसूस किया गया है। दूसरी तरफ क्यूजेनांग इलाके में भूकंप के बाद जो भूस्खलन हुआ है उसके चलते लोगों को अभी सुरक्षित स्थान पर नहीं ले जाया जा सका है।
2004 में 9.1 तीव्रता का आया था भूकंप
वहीं भूकंप पर भारत से भी प्रतिक्रिया दी गई है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि इंडोनेशिया में भूकंप आने से जो जानमाल का नुकसान हुआ उससे बहुत दुखी हूं, मेरी संवेदनाएं पीड़ित लोगों के साथ हैं। संकट की इस घड़ी में भारत इंडोनेशिया के साथ खड़ा है। गौरतलब है कि इंडोनेशिया में साल 2004 में भी भूकंप आया था। तब इसकी तीव्रता 9.1 थी। इससे सुमात्रा द्वीप में आई सुनामी में 2 लाख 26 हजार लोगों की मौत हो गई थी।