टोरंटो। कनाडा की एक झील धरती में आ रहे बदलावों की पूरी कहानी बताती है। साथ ही, ये भी बता रही है कि कैसे इंसानों की वजह से नए युग की शुरुआत हो रही है, जिसे एंथ्रोपोसीन कहते हैं यानी इंसानों की वजह से धरती पर ऐसे बदलावा आ रहे हैं, जो न ठीक हो सके। इस झील का नाम क्रॉफोर्ड लेक है। यह कनाडा के ओंटारियो में है। इसमें प्राचीन मिट्टी से लेकर इंसानों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण के सबूत भी हैं। इसमें 13वीं से 15वीं सदी के इरोक्वियन समुदाय के सबूत हैं, तो यूरोपियन कोलोनिस्ट की मौजूदगी का इतिहास भी दर्ज है। इस वजह से यूनेस्कों ने इसे बायोस्फेयर रिजर्व घोषित कर दिया है।
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इंसानों के इतिहास का पूरा लेखा-जोखा
यह झील भौगोलिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक घटनाओं का इतिहास है। इसे वैज्ञानिक जियोलॉजिक टाइम का यूनिट मानते हैं यानी भौगोलिक बदलावों की घड़ी। यह झील एं थ्रोपोसीन की वजह से हो रहे बदलावों की गवाह है। स्टडी से पता चला है कि इस झील में इंसानों के इतिहास का पूरा लेखा- जोखा है। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथहैम्प्टन में एनवायरमेंटल रेडियोकेमिस्ट्री के प्रमुख एंड्र्रू कंडी के मुताबिक इस झील में प्लूटोनियम तक है।
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छोटी, लेकिन बेहद गहरी है लेक
रॉक यूनिवर्सिटी की माइक्रोपैलियोंटोलॉजिस्ट फ्रैंसीन मैक्कार्थी ने कहा कि झील छोटी है लेकिन बेहद गहरी भी है। इसलिए इसके अलग-अलग स्तर पर पानी अलग है, जो मिक्स नहीं होता। कै ल्सियम और कार्बोनेट पत्थरों से निकल कर पानी में मिलकर क्रिस्टल बनाते हैं। वो झील की तलहटी में सेट हो जाते हैं, जो हर मौसम का हाल बयान करते हैं। इसके अलावा जमा हो रहे बीज, शूट, जड़, आइसोटोप्स, मिट्टी की परतें, जानवरों हड्डियां आदि सब मिलते हैं।