नासा एक हाल ही में खोजे गए एस्टेरॉइड की निगरानी कर रहा है। इस एस्टेरॉइड को लेकर आशंका जताई जा रहा है कि यह साल 2046 में धरती से टकरा सकता है। हालांकि इसकी आशंका बहुत कम है। नासा के मुताबिक यह एस्टेरॉइड साल 2046 में वेलेंटाइन डे के दिन धरती से टकरा सकता है। यूरोपीय स्पेस एजेंसी के आंकड़ों के मुताबिक 625 में से 1 का चांस है कि यह धरती से टकरा सकता है। वहीं नासा के अनुमान के मुताबिक 560 में से 1 चांस है कि यह एस्टेराइड धरती से टकराए। इस आसमानी चट्टान का नाम 2023 डीडब्ल्यू रखा गया है।
9 अन्य क्षुद्र ग्रह पृथ्वी के करीब आएंगे
नासा के मुताबिक साल 2047 से 2054 के बीच में 9 अन्य एस्टेरॉइड धरती के करीब आएंगे। यह आसमानी चट्टान 2 फरवरी को पहली बार अंतरिक्ष में नजर आई थी। यह एस्टेरॉइड 25 किमी प्रति सेकंड से यात्रा कर रही है और अभी यह धरती से 1 करोड़ 80 लाख किमी की दूरी पर है। यह प्रत्येक 271 दिन में सूरज के चक्कर लगा रही है। नासा ने हाल ही में अपने डार्ट मिशन का सफल परीक्षण किया था। इसके जरिए वह अब किसी एस्टेरॉइड को रास्ते में बर्बाद करने की तकनीक में सफल हो गई है।
नासा के रिस्क लिस्ट में 1448 एस्टेरॉइड
जब किसी एस्टेरॉइड की खोज होती है तो शुरू में ज्यादा खतरनाक माना जाता है। हालांकि जब इस नए एस्टेरॉइड की और ज्यादा विश्लेषण किया जाता है तो खतरे की आशंका कम हो जाती है। नासा के रिस्क लिस्ट में 1448 एस्टेरॉइड हैं और इनमें 2023 डीडब्ल्यू का खतरा सबसे ज्यादा है। यह एस्टेरॉइड अगले दो दशक तक धरती की ओर नहीं आने जा रहा है। यह एस्टेरॉइड 160 फुट का है। एस्टेरॉइड 2023 डीडब्ल्यू सूरज के चक्कर लगा रहा है।
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