वॉशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने खुलासा किया है कि शुक्रवार को पृथ्वी के बेहद नजदीक से एक विशाल एस्टेरॉयड गुजरा। 2023 आरक्यू6 नाम का यह एस्टेरॉयड हवाई जहाज जितना बड़ा था। नासा के ऑब्जेक्ट स्टडीज ने बताया कि एस्टेरॉयड 2023 आरक्यू 6 पृथ्वी के नजदीक से गुजरा और किसी को पता नहीं चला। गुजरते समय इस एस्टेरॉयड की पृथ्वी से दूरी सिर्फ 6.4 मिलियन किमी थी। यह दूरी बहुत अधिक लग सकती है, लेकिन खगोलीय दृष्टि से यह कम है। नासा ने 2023 आरक्यू6 एस्टेरॉयड की गति 33,912 किमी प्रति घंटा बताई है।
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अपोलो ग्रुप से संबंधित
एस्टेरॉयड 2023 आरक्यू6 पृथ्वी के नजदीक मौजूद 2023 आरक्यू6 के अपोलो ग्रुप से संबंधित था। इस ग्रुप का नाम विशाल 1862 अपोलो एस्टेरॉयड के नाम पर रखा गया है। इसकी खोज 1930 के दशक में जर्मन खगोलशास्त्री के रल रेनमुथ ने की थी। इस एस्टेरॉयड समूह के केंद्र बिंदु में मौजूद चट्टान पृथ्वी से भी बड़ी है। मंगल और बृहस्पति के बीच एस्टेरॉयड बेल्ट में पाए जाने वाले अधिकांश एस्टेरॉयड को जमीन और अंतरिक्ष में मौजूद एडवांस टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकता है। हालांकि, नासा ने हाल में ही सूर्य की चमक के पीछे छिपे तीन एस्रटेॉयड की पहचान की है।
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भविष्य में आएगा पृथ्वी के करीब
यह एस्टेरॉयड भविष्य में फिर से पृथ्वी के नजदीक आ सकता है। हालांकि, इसके पृथ्वी से टकराने की संभावना ना के बराबर है। विमान के आकार का होने के बावजूद यह एस्टेरॉयड इतना बड़ा नहीं है कि इसे संभावित रूप से खतरनाक वस्तु के रूप में वर्गीकृत किया जा सके। इस एस्टेरॉयड के अलावा एस्टेरॉयड 2023 एसजे 21 सितंबर को ही पृथ्वी के सबसे करीब आया था। इसकी चौड़ाई 52 फीट से 118 फीट के बीच है।