India-Maldives: मालदीव में सबसे ज्यादा पर्यटक भारत से जाते है, लेकिन मालदीव के नेताओं की तरफ से भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का असर अब सीधा इस पर दिख सकता है। मालदीव चाहकर भी भारत को नाराज नहीं कर सकता। यही वजह है कि मंत्रियों के बिगड़े बोल के तुरंत बाद उसे आधिकारिक बयान जारी कर मंत्रियों को निलंबित करने जैसा फैसला लेना पड़ा।
मालदीव भारत पर कैसे निर्भर है?
मालदीव हिंद महासागर में मौजूद एक छोटा सा द्वीप देश है। इसकी राजधानी माले है और देश की जनसंख्या केवल 5 लाख है। किसी भी प्रकार के प्राकृतिक संसाधनों की कमी के कारण इसे अधिकांश चीजें आयात करनी पड़ती हैं। भारत से मालदीव में चावल, फल, सब्जियाँ और मसाले आयात किये जाते हैं। इसके अलावा सीमेंट, पत्थर और निर्माण सामग्री भी मालदीव भेजी जाती है। जल संकट हो या कोरोना वायरस का कहर, मालदीव को संकट से उबारने के लिए भारत ने हमेशा मदद भेजी है।
मालदीप जानें वालों में भारतीय अव्वल
पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2023 तक मालदीव आने वाले पर्यटकों में भारतीयों की संख्या सबसे ज्यादा थी। मालदीव के पर्यटन मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि 13 दिसंबर तक कुल 17,57,939 पर्यटक यहां पहुंचे। यह संख्या 2022 में दर्ज 15 लाख से 12.6 प्रतिशत अधिक है। पिछले साल भारत से 2,09,198 लोगों ने मालदीव का दौरा किया। इसके बाद रूस से 2,09,146 और चीन से 1,87,118 लोग वहां पहुंचे. ब्रिटेन से लगभग 1,55,730 पर्यटक, जर्मनी से 1,35,090, इटली से 1,18,412, अमेरिका से 74,575, फ्रांस से 49,199, स्पेन से 40,462 और स्विट्जरलैंड से 37,260 पर्यटक मालदीव आए।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है #BoycottMaldives
सोशल मीडिया पर भारत के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद मालदीव पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। लोगों ने #BoycottMaldives के साथ ट्वीट करना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर लोग न सिर्फ मालदीव की आलोचना कर रहे हैं, बल्कि ये भी कह रहे हैं कि वो भविष्य में मालदीव नहीं जाएंगे। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रविवार को पूरे दिन #BycottMaldives ट्रेंड करता रहा।