चित्तौड़गढ़। मेवाड़ के आराध्य देव के रूप में पूजे जाने वाले प्रभु सांवलिया जी सेठ मंदिर के भंडार से निकली राशि की गिनती पूरी हो गई है। तीसरे राउंड में हुई गिनती में मंदिर के दानपात्र से 93 लाख 73 हजार 337 रुपए की राशि मिली। बता दें कि अब तक सांवलिया जी सेठ के भंडार से 7 करोड़ 69 लाख 66 हजार 837 रुपयों की गिनती हो चुकी है।
इसके अलावा ऑनलाइन और मनी ऑर्डर से करीब एक करोड़ से भी ज्यादा की राशि मिली है। भंडार और ऑनलाइन को मिलाकर इस महीने आठ करोड़ 77 लाख 47 हजार 837 रुपए प्राप्त हुए। सोने-चांदी का भी वजन कराया गया।
भंडार से सात करोड़ से ज्यादा रुपए निकले…
बता दें कि मंडफिया स्थित कृष्णधाम श्री सांवलिया जी मंदिर तीन माह में चतुर्दशी पर भंडार खोला जाता है। इस बार 13 अक्टूबर को कृष्ण चतुर्दशी पर भंडार खोला गया था। 13 अक्टूबर को की गई गिनती में सवा पांच करोड़ रुपए की काउंटिंग हुई थी। इसके बाद 16 अक्टूबर को एक करोड़ 50 लाख 69 हजार 500 रुपयों की गिनती की गई थी।
उसके बाद अमावस्या और रविवार होने के कारण गिनती नहीं की गई थी। वहीं, तीसरे चरण में भंडार से निकली 93 लाख 73 हजार 337 रुपयों की गिनती हुई। तीन चरणों में काउंटिंग पूरी की गई है। भंडार से अब तक सात करोड़ 69 लाख 66 हजार 837 रुपयों की प्राप्ति हो चुकी है।
सोने-चांदी का हुआ तोल…
सांवरा सेठ के भंडार से अब तक 80 ग्राम सोना और सात किलो 280 ग्राम चांदी मिल चुकी है। इसके अलावा कई भक्त ऑफिस में भी सोना चांदी जमा करवाते है। ऑफिस में भक्तों द्वारा चार किलो 437 ग्राम 870 मिलीग्राम सोना, 40 किलो 384 ग्राम चांदी जमा करवाया गया था, जिनका वजन किया गया। इसके अलावा भक्तों ने एक करोड़ 7 लाख 81 हजार रुपए ऑनलाइन और मनी ऑर्डर से रुपए जमा करवा चुके है। भंडार और ऑनलाइन को मिलाकर इस महीने आठ करोड़ 77 लाख 47 हजार 837 रुपए प्राप्त हुए।
मंदिर मंडल ने की नोटों की गणना…
नोटों की गणना मंदिर मंडल अध्यक्ष भैरू लाल गुर्जर तहसीलदार गुणवंत लाल माली सदस्य शंभूलाल सुथार ममतेश शर्मा अशोक शर्मा भैरू लाल सोनी लाल पाटीदार के अलावा प्रशासनिक अधिकारी नंदकिशोर टेलर कालू लाल तेली महावीर, सह सुरक्षा प्रभारी राम, सह लहरी लाल गाडरी की उपस्थिति में मंदिर कार्मिक और बैंक कर्मियों ने नोटों की गणना की।
भगवान को सेठों के सेठ की दी गई उपाधि…
बता दें कि मेवाड़ के आराध्य देव के रूप में पूजे जाने वाले प्रभु सांवलिया जी सेठ प्रदेश के सबसे अमीर भगवानों में से एक है।
यहां पर हर महीने करोड़ों रुपये का चढ़ावा आता है। इसके साथ ही विदेशी मुद्रा और सोने-चांदी की वस्तुएं भी भक्त यहां पर भेंट करते हैं।
भगवान सांवलिया के मंदिर परिसर में बने खुले चौक में इन करोड़ों रुपए की गणना मंदिर परिसर के सदस्यों द्वारा की जाती है। हर महा चतुर्दशी के मौके पर इस भंडारे को खोला जाता है। सांवलिया सेठ मंदिर में कई एनआरआई श्रद्धालु भी आते हैं। विदेशी श्रद्वालु सांवलिया जी को डॉलर, अमरीकी डॉलर, पाउंड, दिनार, रियॉल आदि के साथ कई देशों की मुद्रा भी चढ़ाते हैं।