नई दिल्ली। सफर के दौरान अकसर हमे ऐसे लोग मिलते रहते हैं जो गाड़ी के चलने पर उल्टी कर देते हैं। उल्टी का ख्याल मात्र आते ही बहुत से लोगों का दिमाग खराब हो जाता है। ऐसे में हम कल्पना भी नहीं कर सकते कि किसी की उल्टी को बाजार में बेचा भी जा सकता है और वो भी करोड़ों रुपए की कीमत में। आपको यकीन भले ही न हो, लेकिन यह बिल्कुल सच है। व्हेल मछली की उल्टी की कीमत बाजार में करोड़ों रुपए में होती है।
DRI ने 4 तस्करों को किया गिरफ्तार…
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई ) ने तमिलनाडु में चार तस्करों को धर दबोचा। तमिलनाडु के तूतीकोरिन समुद्री इलाके से गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से व्हेल मछली की उल्टी (Whale Vomit) मिली। जी हां, व्हेल मछली की उल्टी, जिसे एम्बरग्रीस (Ambergris) के नाम से भी जाना जाता है। आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि आरोपियों के पास से 18.1 किलोग्राम व्हेल की उल्टी जब्त की गई, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 31.67 करोड़ रुपए है।
18.1 किलोग्राम एम्बरग्रीस बरामद…
डीआरआई ने एम्बरग्रीस तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 4 तस्करों को गिरफ्तार किया है। डीआरआई ने बताया कि ये तस्कर देश के वनस्पतियों और जीवों के लिए खतरा है। जानकारी के अनुसार, हार्बर बीच, तूतीकोरिन के तट के पास समुद्री मार्ग से भारत से एम्बरग्रिस की तस्करी करने का प्रयास किया गया। डीआरआई अधिकारियों ने 4 तस्करों को गिरफ्तार किया है। डीआरआई के अधिकारियों ने तस्करों के वाहन से 18.1 किलोग्राम एम्बरग्रीस बरामद किया गया है। जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 31.67 करोड़ रुपए है। आरोपियों ने तस्करी के प्रयास को कबूल किया है। फिलहाल, आगे की जांच चल रही है।
क्या होता है एम्बरग्रीस…
व्हेल की उल्टी या एम्बरग्रीस फ्रेंच शब्द एम्बर और ग्रीस से मिलकर बना है, जिसका मतलब ग्रे एम्बर होता है। इसे व्हेल की उल्टी कहा जाता है। व्हेल एम्बरग्रीस यानी की व्हेल की उल्टी जिसकी कीमत बाजार में एक करोड़ से भी अधिक है। इनकी उल्टी को फ्लोटिंग गोल्ड कहा जाता है। एम्बरग्रीस काले रंग का एक ठोस पदार्थ होता है और मोम से बना पत्थर की तरह ठोस होता है, जो स्पर्म व्हेल के पाचन तंत्र में मौजूद आंतों में बनती है।
परफ्यूम बनाने के लिए होता है एम्बरग्रीस का उपयोग…
व्हेल मछली के आंत से निकलने वाली एम्बरग्रीस से गंध निकलती है, लेकिन इसका इस्तेमाल परफ्यूम इंडस्ट्री में किया जाता है। इसमें मौजूद ऐल्कोहॉल का इस्तेमाल महंगे ब्रैंड परफ्यूम बनाने में करते हैं। इसकी मदद से परफ्यूम की गंध लंबे वक्त तक बरकरार रखी जा सकती है। परफ्यूम बनाने के अलावा इसका इस्तेमाल दवाओं के रूप में भी किया जाता है। इसी वजह से इसकी कीमत बाजार में काफी अधिक है। इस वजह से इसकी कीमत बेहद ज्यादा होती है। यहां तक कि वैज्ञानिकों ने इसे तैरता हुआ सोना भी कहा है। बीते कुछ साल में यमन और थाइलैंड में भी मछुआरों के हाथ यह समुद्री खजाना लगा है।
क्या है एक किलो व्हेल की उल्टी की कीमत…
इंटरनेशल मार्केट में व्हेल की उल्टी की कीमत 2 करोड़ रुपए किलो तक है। पिछले साल मुंबई पुलिस ने कहा था कि 1 किलो व्हेल की उल्टी की कीमत 1 से 2 करोड़ रुपए होती है। कुल मिलाकर व्हेल की उल्टी की कीमत उसकी शुद्धता और क्वॉलिटी से तय होती है।