Rajasthan Election 2023: बाड़ी में एईएन हर्षादिपति के साथ विधायक गिर्राज मलिंगा द्वारा बेरहमी से मारपीट करने के मामले में एक बार फिर से राजनीति माहौल गर्मा गया है। शनिवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछली 19 महिनों से अस्पताल में भर्ती एईएन हर्षादिपति से मिलने पहुंचे है। हांलाकि मुख्यमंत्री एक बार पहले भी हर्षादिपति का हालचाल जानने के लिए अस्पताल पहुंच चुके है। कांग्रेस के विधायक रहे गिर्राज मलिंगा का टिकट कटने पर बीजेपी ने उन्हें अपनी पार्टी से टिकट दे दिया है।
नाटकीय घटनाक्रम के साथ किया था समर्पण
नाटकीय घटनाक्रम के साथ मलिंगा ने जयपुर में पुलिस के समक्ष सरेंडर किया था। मलिंगा सुबह सीएमआर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिले थे। मुख्यमंत्री ने उन्हें समर्पण करने को कहा। इस पर पुलिस कमिश्नर आनन्द श्रीवास्तव को बुलाया गया था। इसके बाद गिर्राज सिंह मलिंगा को धौलपुर में न्यायालय विशिष्ट न्यायाधीश अनु.जाति/अनु. जनजाति अत्याचार निवारण प्रकरण में पेश किया गया था। जहां न्यायाधीश ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजने का आदेश दिया। इससे पूर्व गुरुवार सुबह मलिंगा का जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया। शाम को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई जिसके बाद उनको क्वारंटीन कर दिया गया था।
ये बेहद शर्मनाक है
AEN हर्षाधिपति से मिलने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने कहा कि ‘जिस इंसान की इतनी घिनौनी हरकत पर हमने उसे टिकट नहीं दिया, उसको पार्टी से निकाला उसे BJP ने टिकट दिया, ये बेहद शर्मनाक है‘
क्या है पूरा मामला?
8 मार्च 2022 को धौलपुर के बाड़ी में कुछ लोगों ने बिजली निगम कार्यालय में घुसकर इंजीनियर हर्षाधिपति वाल्मिकी के साथ बेरहमी से मारपीट की, जिसके बाद इंजीनियर हर्षाधिपति वाल्मिकी ने बाड़ी विधायक गिरिराज सिंह मलिंगा समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
इसमें पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। विधायक मलिंगा को भी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। गहलोत सरकार ने पूरे मामले की जांच सीआईडी सीबी को सौंपी थी। हर्षाधिपति पिछले 19 महीनों से एसएमएस अस्पताल में हैं और 22 फ्रैक्चर से पीड़ित हैं।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो एईएन हर्षादिपति का इस पूरे मामले पर कहना है कि विधायक गिर्राजसिंह मलिंगा समर्थकों संग आए, जानलेवा हमला किया। बैठने के लिए कुर्सी दी तो उन्होंने मेरे सिर पर मार दी। मारपीट करने लगे। मेरे सिर पर देशी कट्टा तान कर कहा कि तू भंगड़-वाल्मीकि है, ठाकुरों के गांव से ट्रांसफार्मर उतारने की तेरी हिम्मत कैसे हुई?