जयपुर। राजस्थान अधीनस्थ मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड के लिए आज से परीक्षा की घड़ी शुरू हो गई है। बोर्ड की ओर से सीएचओ संविदा भर्ती परीक्षा आज होगी। वहीं 25 फरवरी से तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा शुरू होगी। इस बार बिना नेटबंदी के पेपर करवाना बोर्ड के लिए चुनौती होगी, क्योकि शिक्षक भर्ती परीक्षा 5 दिन तक होगी और कई कारणों से इतने दिन नेटबंद करना संभव नहीं होगा। वहीं, पहले भी बिना नेटबंदी के परीक्षाएं करवाने को लेकर प्रशासन फैसला कर चुका है।
चयन बोर्ड की ओर से सीएचओ संविदा भर्ती परीक्षा रविवार को सुबह 10:30 से होगी, जो दोपहर 12 बजे तक होगी। यह परीक्षा 3531 पदों के लिए एक ही पारी में होगी। इसमें 90 हजार से अधिक अभ्यर्थी रजिस्टर्ड हैं। सरकार के फैसले के बाद अब संविदा के पदों पर भी परीक्षा के माध्यम से ही भर्ती होगी। यह संविदा भर्ती भी चयन बोर्ड पहली बार करवा रहा है। परीक्षा केंद्रों पर गहन जांच के बाद ही अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा।
वहीं, परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पहले तक ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों में आने की अनुमति होगी। तो सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाना और निर्धारित ड्रेस कोड में ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने की अनुमति होगी।
संघ लोक सेवा आयोग की दो परीक्षाएं आज
संघ लोक सेवा आयोग की ओर से रविवार को इंजीनियरिंग सर्विस (प्री) और कंबाइंड जियो साइंटिस्ट (प्री) की परीक्षा भी होगी। इस परीक्षा में भी परीक्षार्थी राजस्थान रोडवेज की बसों में सोमवार तक निशुल्क यात्रा कर सकेंगे। दोनों परीक्षाओं के लिए जयपुर में कुल 6071 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।
परीक्षाओ में बंद नहीं होगा नेट!
चयन बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि शिक्षक भर्ती परीक्षा में नेट बंदी करने को कर कोई फैसला नहीं हुआ है। जहां तक संभव है इतने दिनों तक परीक्षा चलेगी तो टबंद करना संभव नहीं होगा वहीं सरकार भी नहीं चाहती कि नेटबंदी होगी। इसके लिए सिर्फ 11 जिलो में ही परीक्षा केंद्र बनाए गए है जिससे प्रशासन ज्यादा अलर्ट रहकर काम कर सकें । यह एक प्रयोग साबित होगा, जिसमें ऐसे जिले जहां से पेपर लीक या चिटिंग की संभावना है वहां पर सेंटर नहीं बनाए गए है।
सेंटर 500 से 600 किमी दूरी
राजस्थान की भर्ती परीक्षाओ में हो रही पेपर लीक की घटनाओं से प्रदेश की साख लगातार गिर रही है। प्रदेश की पांच दिवसीय महापरीक्षा का शांतिपूर्वक सफल आयोजन करवाना बोर्ड के लिए चुनौती भरा काम होगा। प्रदेश में 11 जिलों में ही परीक्षा केंद्र बनाने से लाखों अभ्यर्थियों के लिए भी यह परीक्षा परेशानी साबित होगी, क्योंकि कई अभ्यर्थियों को परीक्षा देने के लिए 500 से 600 किमी दूर जाना होगा। परीक्षार्थी राजस्थान की सीमा में 24 फरवरी से 2 मार्च तक निशुल्क यात्रा कर सकेंगे।