भरतपुर ( Bharatpur ) में अवैध खनन ( Illegal Mining ) के खिलाफ आंदोलन कर रहे साधु बाबा विजय दास ( Baba Vijay Das ) ने बीते बुधवार को आत्मदाह का प्रयास किया था। गंभीर हालत में उन्हें जयपुर ( Jaipur ) के SMS अस्पताल रेफर किया गया था। हालत नाजुक होने पर आज उन्हें जयपुर से दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल ( Safdarganj Hospital ) लाया गया। इसके लिए जयपुर से दिल्ली तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच उन्हें सफदरगंज अस्पताल लाया गया। इससे पहले उन्हें एअरलिफ्ट कर दिल्ली लाने की चर्चा थी। लेकिन इसके बाद उन्हें ग्रीन कॉरिडोर बनाकर सड़क मार्ग से लाने पर सहमति बनी।
करीब 88 प्रतिशत तक जल चुके साधु विजयदास को लेकर एंबुलेंस लगभग 1 बजे जयपुर से रवाना किया गया था। एंबुलेंस के साथ पुलिस का वाहन और चिकित्सकों का एक दल भी रवाना हुआ था। बता दें कि भरतपुर के डीग क्षेत्र में साधुओं का यह आंदोलन करीब 551 दिनों से चल रहा है। साधु-संतों का कहना है कि यहां पर कनकांचल और आदि बद्री पर्वत स्थित है जो कि उनकी आस्था के प्रतीक हैं। जबकि यहां पर खनन माफिया अवैध माइनिंग में लगे हुए हैं। जिन्हें बचाने के लिए साधु आंदोलनरत हैं।
गहलोत के खनन माफियाओं पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( CM Ashok Gehlot ) ने इस मामले में बीते बुधवार को कहा कि सरकार अवैध खनन की रोकथाम के लिए गंभीर है। उन्होंने सभी पुलिस अधीक्षकों को योजना बना खनन माफिया पर बिना किसी भी दबाव के सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कानून की पालना सुनिश्चित करते हुए पुलिस कार्रवाई करे ताकि अवैध खनन करने वालों में भय पैदा हो।
गहलोत ( Ashok Gehlot )ने भविष्य में अवैध खनन की रोकथाम सुनिश्चित कराने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक बैठक करने के भी निर्देश दिए। बुधवार को अवैध खनन रोकथाम की समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री ( CM Ashok Gehlot )ने कहा कि जिला पुलिस अधीक्षक खनन माफियाओं की पहचान कर सूची बनाकर योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि खनन के लीजधारकों को परेशानी नहीं आनी चाहिए और अवैध खनन करने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध खनन परिवहन करने वालों से ज्यादा अवैध खनन व्यापार करने वालों पर शिकंजा कसा जाए।