नई दिल्ली। कल ही सूरत के सेशन कोर्ट से राहुल गांधी को जमानत मिली है और आज उन्होंने फिर से अडाणी कंपनियां के ट्रांजैक्शन को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने साफ-साफ पूछा कि अडाणी और केंद्र सरकार बताए कि उनकी शेल कंपनी में 20 हजार करोड़ रुपए किसके हैं, ये कहां से आए हैं ?
कोर्ट पर भाजपा का दबाव ?
बता दें कि राहुल गांधी आज दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति यानी CEC की बैठक के लिए कांग्रेस कार्यालय में पहुंचे थे। उन्होंने यहां मीडिया से कोर्ट पर भाजपा के दबाव के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि मेरा सिर्फ एक सवाल है कि अडाणी की शेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ रुपए जो आए हैं, वह किसके हैं ? इसका जवाब भाजपा क्यों नहीं देती है ? उन्हें जल्द से जल्द ये साफ करना चाहिए कि यह करोड़ों का लेनदेन कहां से और किसके पास से हुआ है ?
सूरत सेशन कोर्ट ने दी है जमानत
कल ही राहुल गांधी को सूरत के सेशन कोर्ट से मानहानि मामले में जमानत मिली है इस केस की सुनवाई अब 13 अप्रैल को होगी। इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह लोकतंत्र बचाने और लड़ाई लोकतंत्र बचाने की लड़ाई और मित्र काल के खिलाफ है। इस संघर्ष में सत्य मेरा हथियार है और सत्य मेरा आश्रय है।
ये है मानहानि का मामला
बता दें कि यह मामला करीब 4 साल पुराना है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने अपने भाषण में नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि सारे चोर मोदी सरनेम वाले ही क्यों हैं? राहुल गांधी का इशारा भगोड़े नीरव मोदी, ललित मोदी की तरफ था, लेकिन इस भाषण पर भाजपा नेताओं ने आपत्ति जताई और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज करा दिया था, पूर्णेश का कहना था कि राहुल गांधी के इस बयान से पूरे मोदी समुदाय के सम्मान को ठेस पहुंची है़।