दुनिया तेजी से बदल रही है। बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी लोगों का काम आसान कर रही है। एलन मस्क की कंपनी टेस्ला पहले ही बिना ड्राइवर वाली कार बना चुकी है। लेकिन अब बिना ड्राइवर वाले ट्रकों का भविष्य आ रहा है। मार्च में एक सेल्फ ड्राइविंग 18 व्हीलर ट्रक ने अमेरिका के डलास और अटलांटा के बीच पांच दिनों तक माल ढोने का काम किया है।
इस ट्रक ने 10 हजार 138 किमी से ज्यादा की यात्रा की। इसने चार राउंड लगाए और आठ कंटेनर माल की डिलीवरी की। इस ट्रक को एक सेल्फ-ड्राइविंग स्टार्ट-अप कोडिएक रोबोटिक्स और एक ट्रक की कंपनी यूएस एक्सप्रेस ने मिल कर बनाया है। पांच दिनों में ही इस ट्रक ने दिखा दिया है कि सेल्फ ड्राइविंग की क्षमता क्या है। अभी जो ट्रक हैं, उसमें एक ड्राइवर होता है, जो हर दिन रुकता है और आराम करता है।
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क्या होंगे सेल्फ ड्राइविंग ट्रक के फायदे
कोडिएक जैसे स्टार्ट-अप ने सेल्फ ड्राइविंग ट्रकों के निर्माण और टेस्टिंग में वर्षों बिताए हैं। ट्रक निर्माता कंपनियां इनसे लाभ उठाना चाहती हैं। सेल्फ ड्राइविंग ट्रकों की जरूरत तब और महसूस होने लगी है, जब ग्लोबल सप्लाई चेन बाधित हुई है। इसके कारण व्यवसाय और उपभोक्ताओं की मांग पर असर देखा गया। ऑटोमैटिक ट्रक इस तरह की बाधाओं को कम कर सकते हैं। ऑटोमैटिक ट्रक भले ही बहुत काम आ सकते हैं, लेकिन सबसे बड़ा खतरा है कि इसमें कोई भी इंसान नहीं होगा।