अगर खरीद रहे है इलेक्ट्रिक व्हीकल तो रखें इन 6 बातों का ध्यान, वरना पड़ेगा महंगा

इलेक्ट्रिक कारों और बाइकों को खरीदने का क्रेज दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इस प्रमुख कारण पट्रोल और डीजल के दामों नें लगातार बढोत्तरी होना है यहीं कारण है कि लोग अब ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदने पर ज्यादा फोकस कर रहे है, लेकिन इलेक्ट्रिक कारों और बाइकों को खरीदने से पहले कई ऐसी बातें है जिनका ध्यान रखना बहुत ही जरुरी है। तो आइए जानते है इसके बारें में…

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जयपुर। इलेक्ट्रिक कारों और बाइकों को खरीदने का क्रेज दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इस प्रमुख कारण पट्रोल और डीजल के दामों नें लगातार बढोत्तरी होना है यहीं कारण है कि लोग अब ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदने पर ज्यादा फोकस कर रहे है, लेकिन इलेक्ट्रिक कारों और बाइकों को खरीदने से पहले कई ऐसी बातें है जिनका ध्यान रखना बहुत ही जरुरी है। तो आइए जानते है इसके बारें में…

वाहन की ड्राइविंग रेंज

सभी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता अलग-अलग रेंज के वाहन बाजार में लाते है। एक बार चार्ज करने पर गाड़ी कितनी चलेगी, इस पर ध्यान देना बेहद ही जरूरी है। अगर आप ऑफिस जाने या किसी अन्य काम के लिए शहरी इलाके में गाड़ी चलाना चाहते हैं तो 100 किमी/चार्ज रेंज तक की स्कूटर या बाइक आपके लिए पर्याप्त होगी। वहीं अगर आपको इससे अधिक दूरी का सफर तय करना है तो 400-500 किमी प्रति चार्ज वाली ईवी आप ले सकते है।

चार्जिंग सिस्टम

इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने से पहले आपके मन में सबसे पहला सवाल चार्जिंग सिस्टम का आना चाहिए। आपके शहर और उसके क्षेत्र में कितने चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं, इसकी जानकारी अवश्य प्राप्त करें। इसके अलावा अपने इलेक्ट्रिक वाहन की चार्जिंग के बारे में भी जानकारी लें कि वाहन को चार्ज होने में कितना समय लगता है। एक फ़ास्ट चार्जर और एक सामान्य घरेलू चार्जर में कितना समय लगता है?

बैटरी का उपयोग

सभी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सबसे जरुरी है कि उसका बैटरी कैसी है, इलेक्ट्रिक कार और बाइक में बड़े आकार की बैटरी लगती है जो महंगी होती है। 5-8 साल के अंदर आपको ईवी की बैटरी बदलनी होती है जो एक महंगा काम है, ऐसे में यह जरूर देखें कि वाहन निर्माता बैटरी पर कितने साल की वारंटी दे रहे हैं।

सब्सिडी का रखें ध्यान

फिलहाल भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत ज्यादा है, हालांकि आने वाले समय में इनकी कीमतें पेट्रोल-डीजल वाहनों के बराबर होने का दावा किया जा रहा है। लेकिन फिर भी ईवी पर मिलने वाली सब्सिडी की तुलना में इन्हें खरीदना थोड़ा सस्ता है। ईवी पर कई राज्यों द्वारा सब्सिडी दी जा रही है और केंद्र सरकार ने अलग से ईवी पर सब्सिडी दी है। इसलिए यह जरूर जांच लें कि आपको जो वाहन पसंद है वह सरकारी सब्सिडी श्रेणी में आता है या नहीं।

रख रखाव

इलेक्ट्रिक वाहनों का रखरखाव सामान्य वाहनों की तुलना में काफी कम खर्चीला है। फिर भी इन्हें खरीदने से पहले कंपनी द्वारा दी जाने वाली सर्विस कब तक और कितनी अच्छी रहेगी। कंपनियां समय-समय पर वाहनों के सॉफ्टवेयर को भी अपडेट करती रहती हैं, इसलिए इसके बारे में भी विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

सेफ्टी के बारें में ले जानकारी

हाल ही के दिनों में कई जगह देखा गया है कि इलेक्ट्रिक व्हीकल में आग लगने की खबर आती है। ऐसे में ग्राहकों के ज़हन में चल रहा होता है कि क्या इसे खरीदना सुरक्षित है? इस लिए ईवी खरीदते समय इसकी सेफ्टी के बारें में अवश्य जान लें।

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