दूरसंचार विभाग (DoT) ने सभी मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों के लिए एक नया आदेश जारी किया है। नया आदेश सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को सिम एक्सचेंज या अपग्रेड की सुविधा के दौरान कुछ जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए दिया गया है। आदेश के अनुसार अब नए सिम कार्ड के एक्टिवेशन के 24 घंटे के लिए SMS सर्विस बंद की जाएंगी। इसके अलावा भी कई अन्य दिशा निर्देश सरकार ने दिए हैं।
मोबाइल सर्विस ऑपरेटर्स को दिया 15 दिन का समय
बढ़ते मोबाइल फ्रॉड और सिम फ्रॉड के चलते सरकार ने नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। नए आदेशों की पालना के लिए कंपनियों को 15 दिन का समय भी दिया गया है। नए नियम लागू होने के बाद डुप्लीकेट सिम के जरिए हो रही धोखाधड़ी (सिम स्वैप फ्रॉड) पर काफी हद तक लगाम लग सकेगी। सरकार के नए आदेशों के अनुसार अब सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को सिम कार्ड बदलने की रिक्वेस्ट मिलने के बाद मोबाइल यूजर्स को रिक्वेस्ट का नोटिफिकेशन भेजना अनिवार्य होगा। इसकी पुष्टि भी करनी होगी। यही नहीं, यदि ग्राहक सिम एक्टिवेशन के दौरान ही कार्ड अपग्रेडेशन को कैंसिल कर देता है तो कंपनियों को उसे भी मानना होगा।
(Also Read- सिर्फ 5500 रूपए में खरीदे iPhone 13 का सब्स्टिटूट, जानिए फिचर्स और स्पेसिफिकेशन)
क्या है सिम स्वैप फ्रॉड?
जैसाकि हम सभी जानते हैं कि इन दिनों मोबाइल नंबर व्यक्ति की एक पहचान बन चुका है। बैंक अकाउंट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ऑफिस आइडेंडिटी कार्ड आदि सभी जगहों पर मोबाइल से पहचान होती है। जरूरी सेवाओं को मोबाइल के जरिए ही वेरिफाई किया जाता है। फिर चाहे नया खाता खुलवाना हो या फिर पैसा ट्रांसफर करवाना हो। यहां तक कि ईमेल सेवाओं को जारी रखने के लिए भी मोबाइल पर ही एसएमएस आता है। ऐसे में मोबाइल के जरिए व्यक्ति की सभी जरूरी जानकारी हैक की जा सकती है।
वर्तमान में बहुत से हैकर्स डुप्लीकेट सिम निकलवा कर उससे यूजर का मोबाइल पर कंट्रोल कर लेते हैं। वे अक्सर खोए सिम के बहाने दूसरा सिम एक्टिवेट करवा लेते हैं। इस नई मोबाइल सिम के जरिए वे यूजर्स के बैंक खातों और ईमेल तक पहुंच बना लेते हैं और उसका मिसयूज करते हैं।
सरकार के नए आदेशों के अनुसार अब डुप्लीकेट सिम लेना कठिन हो जाएगा। इसके साथ सिम जारी किए जाने के लिए भी एसएमएस के जरिए यूजर को चेतावनी देनी होगी। ताकि किसी तरह का फ्रॉड न हो सकें।