जयपुर की पूजा सिंह का शालिग्राम से विवाह की खबरें खूब सुर्खियों में छाई हैं। लेकिन आज पूजा ने अपने विवाह के कारणों का खुलासा किया है। जिसे जानकर हर कोई हैरान रह गया है। क्योंकि कल की खबरों में पूजा के विवाह का कारण जो बताया गया था उससे खुद पूजा सहमत नहीं है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर एक स्टेटस लगाया है। जिसमें उन्होंने इस बात का खंडन किया है।
इंस्टाग्राम स्टेटस से किया खुलासा
पूजा ने अपने इंस्टाग्राम स्टेटस में लिखा है कि “कृपया कर के मीरा से मेरी तुलना न करें, शादी जरूर हुई है पूरी रीति रिवाज से मैंने शादी की है। जो मंगल दोष का निवारण के लिए है। जो मीडिया वालों ने नहीं बताया है। अगर किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो मैं माफी मांगती हूं मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था। शादी से पहले पंडित जी ने बोला कि आपको विष्णु विवाह रीति रिवाज और मान-सम्मान से करना होगा तो सिर्फ मैंने पूरा सम्मान से किया है और मेरा दोष हठ जाए इसलिए ये शादी हुई थी। यह भी सच बै कि मुझे बचपन से शादी नहीं करनी थी। घर की और आस-पास की लड़ाईयों को देखते हुए। लेकिन मीडिया ने मेरी तुलना मीरा से कर दी जिसके लिए मैं योग्य नहीं हूं। मैं इंसान हूं मुझे इंसान ही रहने दो।“
पूजा के इस पोस्ट के बाद अब कई लोग तरह -तरह के कमेंट कर रहे हैं। कोई पूजा के इस खुलासे को सही मान रहा है तो कोई इसे पाखंड बता रहा है। एक यूजर ने तो यह भी लिखा है कि ये सब ओपन में करने की क्या जरूरत थी। आप ये काम गुप्त भी तो रख सकती थीं। वहीं दूसरे यूजर ने लिखा है कि आपने ऐसा कर कुछ भी अनर्थ नहीं किया है। बल्कि आपने स्पष्टीकरण कर इसे और भी साफ कर दिया है।
कल दिए बयान में कहा था कुंडली में कोई दोष नहीं
बता दें कि कल पूजा ने इस मामले में एक बयान भी दिया था। उन्होंने कहा था मेरी कुंडली में कोई दोष नहीं है, आज के जमाने में लड़कियों की शादी के बाद हालात बुरी हो जाती है। शादी के बाद पति-पत्नी में झगड़ा शुरू हो जाता है नौबत मारपीट और तलाक तक आ जाती है। मैंने तो बचपन से ही छोटी-छोटी बातों पर शादीशुदा लोगों को बुरी तरह झगड़ते देखा है। इसलिए मुझे लगता है कि पहले की शादियों में जैसी पवित्रता रहती थी वैसी आज नहीं है। एक बार मैंने अपने ननिहाल में तुलसी जी का शालिग्राम जी से विवाह देखा था, तब से ही मेरे मन में भी ऐसा विचार आय़ा। मीरा को पढ़कर उनके भक्ति को देखकर मेरे मन में भक्ति का ऐसा गुबार फूटा कि मैंने उन्ही सर्वशक्तिमान को अपना परमेश्वर मान लिया।
8 दिसंबर को हुई थी शालिग्राम से शादी
बता दें कि कल ही जयपुर के गोविंदगढ़ की रहने वाली 30 साल की पूजा सिंह ने 8 दिसंबर को भगवान शालिग्राम से शादी कर ली। नृसिंहपुरा गांव में 30 साल की पूजा की शादी के लिए वैसी ही तैयारियां हुईं जैसी किसी आम लड़की की शादी में होती हैं। पूरे गांव को बुलावा भेजा गया। हल्दी, मेहंदी जैसी सारी रस्में निभाई गई। पूजा के घर में मंडप सजाया गया। पूजा को दुल्हन की तरह राजस्थानी जोड़े में सजाया गया। दुल्हन को लेकर घर की महिलाएं मंडप में आईं, लेकिन जब दूल्हे की बारी आई तो वहां कोई युवक नहीं बल्कि शालिग्राम जी को मंडप में विराजमान किया गया। मंडप के नीचे विवाह की सभी रस्में निभाई गईं। पूजा ने शालिग्राम जी के नाम का सिंदूर मांग में भरा, लेकिन यह लाल रंग का सिंदूर नहीं बल्कि चंदन था। पूजा ने मंगलसूत्र पहना। पूजा के परिजनों ने कन्यादान भी किया।