सोनी टीवी पर प्रसारित हो रहे सीरियल अहिल्याबाई को लेकर राजस्थान-हरियाणा में विवाद छिड़ा हुआ है। दरअसल इस सीरियल में महाराजा सूरजमल को एक एपिसोड में कायर दिखा दिया गया है। इसमें दिखाया गया है कि सूरजमल एक युद्ध में हार गए थे, लेकिन इतिहासकारों का कहना है कि महाराजा सूरजमल ने अपने जीवन काल में एक भी युद्ध नहीं हारे। उन्होंने सभी में जीत हासिल की है। इसलिए इस पर अब विवाद हो रहा है। इस मामले को लेकर महाराजा सूरजमल के वंशजों ने एफ आई आर दर्ज करा दी है। जिसमें मंत्री विश्वेंद्र सिंह भी शामिल हैं। अब इसी मामले में RLP संयोजक हनुमान बेनीवाल ने भी शिकायत दर्ज कराई है।
हनुमान बेनीवाल ने मंत्री अनुराग ठाकुर को लिखा पत्र
हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर को एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने इस टीवी सीरियल अहिल्याबाई के निर्देशकों और निर्माताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। उन्होंने लिखा है कि “अहिल्याबाई नामक टीवी सीरियल सोनी टीवी चैनल पर प्रसारित किया जा रहा है। जिसमें 17 नवंबर के एपिसोड में भरतपुर के महाराजा सूरजमल जी के संबंध में जो टिप्पणी की गई है, वो निंदनीय है। क्योंकि महाराजा सूरजमल जी अपने जीवन काल में हमेशा अजेय रहे।
उसके बावजूद उनके संबंध में इतिहास के तथ्यों को गलत रूप से प्रसार करने से जाट समाज सहित महाराजा सूरजमल जी में आस्था रखने वाले लोगों में नाराजगी है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी देश के युवा लगातार चैनल में दर्शाए गए गलत तथ्यों का विरोध कर रहे हैं। क्योंकि 2019 में बॉलीवुड फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल जी को लेकर गलत तथ्य दिखाए गए थे। जिस पर भी सड़क से लेकर संसद तक भारी विरोध हुआ था। उसके बाद उस चित्रण को हटाया भी गया था। लेकिन अब फिर से झूठी टीआरपी बटोरने के लिए एक टीवी सीरियल फिर से इतिहास के साथ छेड़छाड़ करके महाराजा सूरजमल जी के खिलाफ कुछ भी दिखा रहा है। जिसे किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा।”

क्यों हो रहा है विवाद
दरअसल इस धारावाहिक में महाराजा सूरजमल जी को खंडेराव होल्कर से हारा हुआ दिखाया गया है। लेकिन इतिहासकारों का दावा है कि महाराजा सूरजमल ने अपने जीवन काल में 80 युद्ध लड़े थे और उन्होंने सभी 80 युद्ध में अपनी शानदार जीत दर्ज की थी। जबकि जिस खंडेराव होल्कर को सूरजमल जी से हो रहे युद्ध में जीता हुआ दिखाया गया है। उसकी मौत तो महाराजा सूरजमल जी के साथ युद्ध में ही हो गई थी। अब इसे लेकर भरतपुर के रूपवास समेत अलग-अलग थानों में एफ आई आर दर्ज करवाई गई है। बता दें कि बीते 26 नवंबर को राज्यपाल कलराज मिश्र के समक्ष में यह मामला उठाया गया था। जब वे भरतपुर दौरे पर आए थे। सूरजमल जी के वंशज मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने राज्यपाल से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी। आपको यह भी बता दे कि अभी तक इस मामले में हरियाणा और राजस्थान से करीब 1 दर्जन से ज्यादा संगठनों ने विरोध जताया है।
भरतपुर के संस्थापक हैं महाराजा सूरजमल, जाटों में पूज्य
आपको बता दें कि महाराजा सूरजमल भरतपुर के संस्थापक हैं। उन्होंने दिल्ली पर भी विजय प्राप्त की थी। इतिहासकारों के मुताबिक जब पानीपत का युद्ध हुआ था तब पेशवा खंडेराव हार गए थे। लेकिन फिर भी सूरजमल ने हारे हुए पेशवा खंडेराव को उनकी पत्नी, बच्चों और सेना को अपने राज्य में शरण दी थी। लेकिन इसके बावजूद अहिल्याबाई सीरियल में उन्हें कायर की तरह दिखाया गया। जिसके बाद यह विवाद हरियाणा से लेकर राजस्थान में फैल गया। बता दें कि इससे पहले इतिहास पर बनी फिल्मों को लेकर भी काफी विवाद छिड़ा है, जिसमें इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया गया है। इन फिल्मों में संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत, पानीपत और पृथ्वीराज चौहान जैसी फिल्में शामिल हैं।