Kota Chambal River Front: कोटा में चंबल नदी के किनारे बनी चंबल रिवर फ्रंट का दो दिवसीय निरीक्षण करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) सेंट्रल जोन भोपाल की टीम 8 नवंबर बुधवार को कोटा पहुंच गई है। अब यह टीम 2 दिन तक चंबल रिवर फ्रंट का निरीक्षण कर उसकी जांच करेगी। जानकारों की माने तो एनजीटी को चंबल रिवर फ्रंट में अनियमितताओं की शिकायत मिली थी।
रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेगी एनजीटी
टीम इस बात की जांच करेगी की चंबल रिवर फ्रंट को बनाते समय नदी और घड़ियाल अभ्यारण्य को लेकर बनाए गए नियमों का उल्लंघन हुआ है या नहीं। जांच में यह भी देखा जाएगा कि नदी निर्माण से यहां मगरमच्छ अभयारण्य को कितना खतरा है। इसके बाद एनजीटी अपनी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेगी।
पूर्व विधायक ने भी लगाए थे आरोप
इस चंबल रिवर फ्रंट का निर्माण 1442 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था। इस मामले में पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने भी कई अनियमितताएं और नियमों के उल्लंघन के आरोप लगाए थे। इसके अलावा ध्रुपद मलिक व अन्य की ओर से यूआईटी व आर्किटेक्ट कंपनी व अन्य के खिलाफ एनजीटी सेंट्रल जोन में शिकायत दर्ज कराई गई थी।
मीडिया को प्रवेश की अनुमति नहीं
10 अक्टूबर को जिला प्रशासन को मामले की जांच के निर्देश दिये गये थे। पांच सदस्यीय टीम अब दो दिन तक दस्तावेजों की जांच करेगी। वह यहां परीक्षण भी करेगी और फिर अपनी रिपोर्ट एनजीटी कोर्ट में पेश करेगी। बुधवार को टीम कोटा कलेक्टर कार्यालय पहुंची और अधिकारियों से मुलाकात की जिसके बाद टीम सकतपुरा की ओर से रिवर फ्रंट पर पहुंची। हालाँकि, रिवर फ्रंट पर मीडिया को प्रवेश की अनुमति नहीं थी। टीम वहां जांच कर रही है।