नोएड़ा। उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद पुलिस ने नाक में दम करने वाले लुटेरे जितेंद्र उर्फ जीतू से सोमवार सुबह मुठभेड़ हो गई। पुलिस से हुई मुठभेड़ में आरोपी जितेंद्र ढेर हो गया है। आरोपी जितेंद्र पर मोबाइल, चेन लूट, जैसी 12 से ज्यादा मामले और एक गैंगस्टर का मुकदमा भी था। हर बार वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता था।
इस बार भी उसने शायद यही सोचा था कि बचकर निकल जाएगा। एक बार तो वह बचकर भागने में भी कामयबा रहा, लेकिन 48 घंटे के भीतर दूसरे एनकाउंटर में उसे ढेर कर दिया गया। इंजीनियरिंग की छात्रा से लूट के मामले में फरार होने के बाद पुलिस ने जीतू पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। सोमवार तड़के करीब पांच बजे मसूरी क्षेत्र में नहर पटरी पर पुलिस और लुटेरे के बीच मुठभेड़ हुई।
लूट के लिए कीर्ति को ऑटो से खींचा
दरअसल, हापुड़ के पन्नापुरी निवासी रविंद्र की बेटी और गाजियाबाद के एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक प्रथम वर्ष की होनहार छात्रा कीर्ति (19) के साथ 27 अक्तूबर की शाम करीब साढ़े चार बजे लूट की वारदात हुई थी। कीर्ति अपनी सहेली दीक्षा के साथ घर जा रही थी। तभी नेशनल हाईवे-9 पर उद्योग कुंज के पास पीछा करते आ रहे बाइक सवार दो बदमाशों ने उससे मोबाइल फोन छीनने का प्रयास किया। उसने विरोध किया तो उसका हाथ पकड़कर बाहर की ओर खींच दिया। वह सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई। मोबाइल फोन बदमाश के हाथ में आ गया।
बदमाश मोबाइल लूटकर भाग गए थे। सहेली और ऑटो चालक ने कीर्ति को अस्पताल में भर्ती कराया था। उसे पहले पिलखुवा के मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। वहां से गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल भेजा गया। सड़क पर गिर जाने से कीर्ति के सिर की हड्डी टूट गई थी। डॉक्टरों ने उसका आपरेशन किया था, लेकिन जान नहीं बच सकी। रविवार की शाम उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
कैसे मारा गया जीतू
डीसीपी ग्रामीण ने बताया कि एबीईएस कॉलेज की इंजीनियरिंग छात्रा कीर्ति को ऑटो से घसीटे जाने के बाद यूपी पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी। 29 और 30 अक्टूबर की दरम्यानी रात थाना मसूरी पुलिस टीम द्वारा नहर पटरी के किनारे चेकिंग की जा रही थी। चेकिंग के दौरान पुलिस को सामने से दो बाइक पर सवार लोग आते हुए दिखे।
पुलिस टीम द्वारा जब इन्हें रोकने का प्रयास किया गया तो यह पुलिस टीम को चकमा देकर भागने लगे और पुलिस पर लक्ष्य करके फायरिंग की। आत्म रक्षा में पुलिस ने फायरिंग की गई तो जीतू जख्मी हो गया, जबकि दूसरा उसका साथी भाग गया। जीतू को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया।