उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड के चश्मदीद राजकुमार शर्मा के ब्रेन हैमरेज का इलाज डॉक्टर्स की विशेष टीम कर रही है। यहां के एमबी अस्पताल में राजकुमार का इलाज चल रहा है। वहीं राजकुमार की पत्नी ने एक सनसनीखेज सच्चाई मीडिया को बताई है। उन्होंने कहा है कि जब से कन्हैयालाल की हत्या हुई है तब से वे डिप्रेशन में थे।
आर्थिक तंगी से जूझ रहा है परिवार
राजकुमार शर्मा की पत्नी ने कहा कि हत्याकांड के बाद प्रशासन ने उनकी प्राईवेट नौकरी तो लगवा दी थी। लेकिन इतने कम वेतन में घर के सारे खर्च नहीं पूरे होते, बेटी की शादी भी तीन महीने बाद है। जिसके लेकर राजकुमार और ज्यादा तनाव में आ गए थे। दूसरी तरफ सरकार ने उन्हें कन्हैयालाल की हत्या का चश्मदीद गवाह बनाया था। जिससे उन्हें अपनी जान के खतरे का डर भी सताता था।
कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद से डिप्रेशन में हैं राजकुमार
राजकुमार की पत्नी ने कहा कि कन्हैयालाल की हत्या से पहले उनके पति बिल्कुल ठीक थे, किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी। लेकिन इस हत्याकांड के बाद हमारी जिंदगी नर्क जैसी हो गई है। सरकार की तरफ से परिवार को सुरक्षा भले दे दी गई है लेकिन ये वक्त हमारे लिए बहुत भारी है।
सरकार से आर्थिक सहायता की मांग
राजकुमार की पत्नी ने सरकार से मांग की है कि उनके परिवार को भी आर्थिक मदद मुहैया कराई जाए। उनके परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। बता दें कि कन्हैयालाल हत्याकांड के राजकुमार चश्मदीद गवाह हैं। वे कन्हैयालाल की दुकान पर काम करते थे, जब हत्याकांड के आरोपियों ने कन्हैया पर वार किया था, तभी कन्हैया को बचाने के लिए राजकुमार भी उनकी तरफ दौड़ कर आए तो आरोपियों गौस और रियाज ने राजकुमार के सिर पर धारदार चाकू से वार किया। जिससे राजकुमार के सिर पर चोट आ गई थी।