Udaipur : देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह उदयपुर दौरे पर हैं। उन्होंने यहां पन्नाधाय की विशाल प्रतिमा का अनावरण किया। यह प्रतिमा 9 फीट और 6 इंच लंबी है। इस प्रतिमा के साथ ही उनके बेटे चंदन और महाराणा उदय सिंह की भी प्रतिमा है। इस प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में राजनाथ सिंह के साथ राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर मौजूद थे।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस विशाल प्रतिमा का अनावरण किया इसके बाद कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने त्याग की मूर्ति पन्नाधाय के इतिहास को बताया। इन्हें इतिहास में बलिदान और त्याग का बेमिसाल उदाहरण बताया। राजनाथ सिंह ने कहा कि पन्नाधाय सिर्फ गुर्जर समाज की मां नहीं थीं बल्कि पूरे देश के लिए उनका सामना एक माता सरीखा है। उन्होंने कहा कि पुत्र कुपुत्र हो जाए लेकिन एक मां कभी कुमाता नहीं हो सकती। लेकिन पन्नाधाय ने इसकी परवाह किए बगैर अपने देश अपने राज्य की रक्षा के लिए अपने आंखों के तारे अपने बेटे चंदन का बलिदान दे दिया।
राजनाथ ने कहा कि पन्नाधाय को पन्ना किसने बनाया होगा। किसने उन्हें सिखाया होगा कि अपना कलेजा भी निकाल कर रखना पड़े तो पीछे नहीं हटना चाहिए। हाड़ी रानी को किसने सिखाया होगा कि जनता और साम्राज्य पर संकट आ जाए तो अपना मोह खत्म करने के लिए खुद को भी खत्म करना पड़े तो पीछे नहीं हटना चाहिए। मीराबाई के त्याग का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मीरा को किसने सिखाया होगा कि इतने विशाल साम्राज्य का ऐश्वर्य, वैभव, सुख, विलास को ठोकर मारकर भगवान श्री कृष्ण के चरण में बस जाएं। किसने सिखाया उन्हें परंपरागत रूढ़ियों पर प्रश्न और प्रहार करते हुए स्वतंत्रता पूर्वक जीवन जीना।
आपको बताते चलें कि उदयपुर के गोवर्धन सागर पाल पर स्थित पन्नाधाय पार्क में नगर निगम ने पन्नाधाय की विशाल प्रतिमा बनवाई है। इसी प्रतिमा के अनावरण के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह यहां आए थे। जानकारी के मुताबिक इस प्रतिमा को बनाने में लगभग 13 लाख रुपए खर्च हुए हैं। उदयपुर के संस्थापक महाराणा उदय सिंह की प्रतिमा 5 फीट 6 इंच की ही जो पन्नाधाय के पास ही स्थापित है। वहीं पन्नाधाय के बेटे चंदन की प्रतिमा की ऊंचाई 4 फीट 11 इंच है। तीनों मूर्तियों का वजन लगभग 1 हजार 130 किलो है।