उड़ान योजना में निशुल्क दिए जाने वाले हजारों नेपकिन को जंगल में जलाया, जांच में जुटे अधिकारी

झालावाड़। राजस्थान सरकार की तीसरी सालगिरह पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों के लिए सौगात का पिटारा खोल दिया था। इस अवसर पर सूबे के…

fire 01 | Sach Bedhadak

झालावाड़। राजस्थान सरकार की तीसरी सालगिरह पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों के लिए सौगात का पिटारा खोल दिया था। इस अवसर पर सूबे के लोगों के लिए ‘उड़ान योजना’ शुरु की गई, जिसके तहत अब 10 से 45 साल तक की 1.20 करोड़ महिलाओं और बालिकाओं को नि:शुल्क सेनेटरी नैपकिन वितरण कर सरकार वाही वाही लूट रही। लेकिन इसकी जमीनी हकीकत यह है कि सरकारी नुमाइंदे इस योजना को बट्टा लगा रहे उन्होंने कागजों में वितरण बता दिया है। लेकिन महिलाओं और बालिकाओं को नि:शुल्क सेनेटरी नैपकिन वितरण नही किए उन्हें जंगल में फेंकने एवं जलाने का मामला सामने आया है।

राज्य सरकार द्वारा उड़ान योजना के तहत राजस्थान मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों एवं सरकारी विद्यालयों में वितरित किए जाने वाले लगभग हजारों की तादाद में सैनिटरी नैपकिन को झालावाड़ जिले के सुनेल कस्बें से लगभग 1 किमी दुर बाबाजी की तलाई के पास फेकने एवं जलाने का मामला सामने आया है। मीडिया को इस मामलें की भनक मिलते ही मौके पर पहुंचकर पड़ताल शुरु की गई, मौके पर मिले सैनिटरी नैपकिन पर राजस्थान सरकार का उड़ान योजना का लोगो, बैच नम्वर जे 421 एवं निर्माण तिथि अगस्त 2022 अंकित था।

वंही सेनेटरी नैपकिन की एक्सपायरी दिनांक अगस्त 2025 की है मीडिया ने इस मामलें में अधिकारीयों से बात की गई तो मौके पर लगभग 4 घंटे बाद अंकुर सोमानी ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी, दिलीप गुप्ता परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास विभाग सुनेल आदि की टीम मौके पर पहुंचे. मौके पर जले हुए हजारों सैनिटरी नैपकिन के अवशेष मिले एवं 1-2 सैनिटरी नैपकिन मिले. लेकिन टीम के पहुंचने से पहले सबुतों को मिटाने की कोशिश की गई. सूत्रों से पता चला कि ऑटो में भरकर 2500 से 3000 सेनेटरी नैपकिन को नष्ट करने के लिए लाया गया था ।

जानिए क्या कहते हैं अधिकारी
ब्लॉक सीएमएचओ सुनेल अंकुर सोमानी ने बताया कि सूचना मिलने पर हमारी टीम मौके पर पहुंची जहां पर बड़ी संख्या में सेनेटरी नैपकिन जले हुए पाए गए। वही 1 सैनिटरी नैपकिन पैकेट में भी पाए गए जिस पर बेंच नंबर लिखा हुआ है यह उड़ान योजना का है इसके बेच नंबर के आधार पर तलाश की जा रही है कि यह कौन से विभाग से संबंधित है। इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर सख्त कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा जाएगा।

दिलीप गुप्ता परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास विभाग सुनेल ने बताया कि मौके पर मिले सेनेटरी नैपकिन पर बेंच नंबर लिखा हुआ है, जिसकी जांच हमने आंगनबाड़ी केंद्रों पर कराई प्रथम दृष्टया इस बेच नंबर के सेनेटरी नैपकिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर सप्लाई नहीं हुए हैं फिर भी इस संबंध में आगे तथ्यों की जांच की जा रही है । वही जिला शिक्षा अधिकारी मोहनलाल ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

(इनपुट: ओमप्रकाश शर्मा)

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