अलवर। जिले के नौगांवा कस्बे में बंदरों ने इस कदर आतंक मचाया हुआ है कि गनगवासियों को SDM से बचाव की गुहार लगानी पड़ी। कस्बे के सैंकड़ों लोगों ने आज SDM को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा। बता दें कि बंदरों का समूह अब तक 50-60 लोगों पर हमला कर चुके हैं, जिससे लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। बच्चे तक स्कूल आने-जाने में डरते हैं।
घरों से बाहर निकलने में डरते लोग
नगरवासियों का कहना है कि दिनभर खूंखार बंदरों की टोलियां छत पर बैठी रहती हैं, मौका देखते ही लोगों पर हमला कर देती है। इसीलिए इन उपद्रवी बंदरों से परेशान होकर नौगांवा कस्बे के सैकड़ों लोगों ने रामगढ़ एसडीएम अमित कुमार बेरवा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से मांग उठाई गई कि कस्बे में लगभग अभी तक 50 से 60 लोग बंदरों के आतंक के शिकार हो चुके हैं । ज्यादातर खूंखार बंदर सिर पर हमला करते हैं। नौगांवा सीएचसी पर बंदरों के हमले के शिकार हुए लोगों के लिए इंजेक्शन तक की सुविधा नहीं है। इस समस्या के बारे में कई बार नौगांवा सरपंच राजीव सैनी को ज्ञापन देकर अवगत करा चुके हैं। लेकिन अभी तक इन खूंखार बंदरों के आतंक पर कोई लगाम नहीं लगा पाया।
एसडीएम को ज्ञापन के माध्यम से खूंखार बंदरों को पकड़वाने के लिए वन विभाग से परमिशन लेने के लिए ज्ञापन सौंपा। बंदरों के आतंक से पीड़ित लोगों का कहना है कि बंदरों के नुकीले दांत लगने के कारण काफी गहरे जख्म हो जाते हैं। रोजाना 5 से 6 लोगों को ये बंदर अपना शिकार बना रहे हैैं। बंदरों के डर से लोगों ने छत पर जाना छोड़ रखा है। महिलाएं भी घर का दरवाजा खोलने से पहले सौ बार सोचती हैं।