BJP ऑफिस के बाहर धुंआ-धुंआ…दो और सीटों पर बगावत, भजन लाल शर्मा और दीप्ति माहेश्वरी का विरोध

भाजपा में दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद से कई विधानसभा क्षेत्र से विरोध की खबरें सामने आई आ रही है। जहां पर घोषित प्रत्याशियों को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों में विरोध देखने को मिल रहा है।

Rajasthan Police 94 | Sach Bedhadak

Rajasthan Assembly Election 2023: भाजपा में दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद से कई विधानसभा क्षेत्र से विरोध की खबरें सामने आई रही है। जहां पर घोषित प्रत्याशियों को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों में विरोध देखने को मिल रहा है। टिकट घोषित होने के बाद से बूंदी, अलवर शहर, चितौड़गढ़, उदयपुर शहर से लगातार विरोध देखने को मिल रहा था। अब दो और सीटों पर बीजेपी की मुसीबत बढ़ गई है। सांगानेर से आशोक लोहाटी का टिकट कटने और राजसमंद से दीप्ति माहेश्वरी को टिकट देने का विरोध हो रहा है।

राजसमंद में दीप्ति माहेश्वरी का भारी विरोध

राजसमंद में भी टिकट को लेकर बगावत सामने आई है। राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी का टिकट रिपीट करने पर राजसमंद में कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। जिसके चलते ज़िला भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़ की गई है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने राजसमंद कार्यालय में कुर्सियां तक तोड़ दी है। इस दौरान कार्यकर्ता नारे लगाते नजर आए कि मोदी तुझसे बैर नहीं, सीपी तेरी खैर नहीं। महेंद्र कोठारी और गणेश पालीवाल ने बीजेपी जिलाध्यक्ष को ज्ञापन भी सौंपा है। जिलाध्यक्ष मानसिंह बाहरट को करीब 200 कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे दिए है।

सांगानेर में भजन लाल शर्मा का विरोध

सांगानेर से भाजपा ने भजन लाल शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है। यहां से पार्टी ने वर्तमान विधायक अशोक लाहोटी के समर्थक प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंत कर नारेबाजी कर रहे है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि सांगानेर में बाहरी व्यक्ति नहीं चलेगा, बता दे कि भजन लाल भरतपुर के रहने वाले है। यहां अशोक लाहोटी का टिकट काटा गया है. ऐसे में अब भजन लाल का विरोध हो रहा है।

भाजपा और कांग्रेस की लिस्ट जारी होने के बाद शनिवार को कहां-कहां हुआ विरोध-

  • चितौड़गढ़ – नरपत सिंह राजवी का विरोध
  • बूंदी – अशोक डोगरा का विरोध
  • अलवर शहर – संजय शर्मा का विरोध
  • उदयपुर – ताराचंद जैन का विरोध
  • बीकानेर पूर्व – सिद्धी कुमारी का विरोध

वहीं कांग्रेस में-

  • लूणी – महेन्द्र बिश्नोई का विरोध