अतिरिक्त मुख्य सचिव जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा कि फील्ड अभियंता ठेकेदार फर्मों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनें और उनसे विभिन्न परियोजनाओं को समय पर पूरा करने में आ रही समस्याओं पर फीडबैक लें। मंगलवार को जल भवन में विभिन्न पेयजल परियोजनाओं एवं जल जीवन मिशन की प्रगति की वीसी के माध्यम से समीक्षा में उन्होंने कहा कि एसीएस स्तर पर भी ठेकेदार फर्मों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जाएगी ताकि विभिन्न परियोजनाओं की गति बढ़ाकर समय पर उन्हें पूरा किया जा सके।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जल जीवन मिशन में प्रतिदिन होने वाले जल कनेक्शन की संख्या 3250 तक पहुंचने को अच्छा संकेत बताते हुए इसे 5 हजार से अधिक प्रतिदिन तक ले जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एमडी जल जीवन मिशन एवं अन्य अधिकारियों को दिसम्बर के अंत तक सभी कार्यादेश जारी करने की तय सीमा को ध्यान में रखने को कहा। उन्होंने 2 अक्टूबर को प्रस्तावित ग्राम सभाओं में शतप्रतिशत जल कनेक्शन वाले गांवों को हर घर जल गांव प्रमाण पत्र जारी करने के भी निर्देश दिए।
लंबित विद्युत कनेक्शन की समीक्षा
अधिकारियों ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत अभी तक कु ल 29 लाख ग्रामीण घरों में जल कनेक्शन दिए गए हैं। अभी तक 38,637 गांवों के 92.15 लाख जल संबंधों (वृहद पेयजल परियोजनाओं के 52.40 लाख, लघु पर परियोजनाओं के 39.75 लाख शामिल) की स्वीकृतियां प्राप्त कर ली गई हैं। 33 जिलों में से 20 जिलों में जल संबंधों की शत-प्रतिशत स्वीकृतियां मिल चुकी हैं। डूंगरपुर, उदयपुर, जैसलमेर, चितौड़गढ़ एवं धौलपुर में सर्वाधिक कार्यादेश बकाया हैं।