REET Case : प्रदेश के बहुचर्चित रीट पेपर लीक मामले में माध्य़मिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष डीपी जारोली को SOG की तरफ से क्लीन चिट मिल गई है। इस संबंध में SOG ने राजस्थान हाइकोर्ट को जानकारी दी है। मामले में कोर्ट ने सरकार को कहा कि वह जिन याचिकाओं में जवाब पेश करना चाहे, कर सकती है। कोर्ट ने SOG के अफसरों को व्यक्तिगत उपस्थिति से भी छूट दे दी है।
SOG ने 40 पेज की रिपोर्ट की पेश
SOG ने कोर्ट के समक्ष 40 पेज की अपनी रिपोर्ट पेश की थी जिसमें डी पी जारोली से हुई पूछताछ का नोट भी था। इसके बाद कोर्ट ने SOG की रिपोर्ट को स्वीकार किया और आगे से जांच की मॉनिटरिंग करने से मना कर दिया।
क्लीन चिट मिलने पर किरोड़ी लाल ने बोला हमला
राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने डी पी जारोली को क्लीन चिट मिलने पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि आखिर जब डीपी जारोली को क्लीन चिट देनी ही थी, तो इन्हें इनके पद से बर्खास्त क्यों किया? जबकि जारोली ने खुद स्वीकार किया कि था कि बिना राजनीतिक संरक्षण के पेपर लीक नहीं हो सकता। आखिर इस क्लीन चिट का राज क्या है?
रीट-2021 लेवल 2 का पेपर हुआ था लीक
दरअसल 26 सितंबर 2021 को रीट परीक्षा का आयोजन हुआ था। परीक्षा होने के बाद इसके लेवल 2 पेपर के लीक होने का मामला सामने आया था। जिसके बाद इस परीक्षा के लेवल 2 को रद्द कर दिया था। मामले में कार्रवाई करते हुए अब तक प्रदेश भर से 35 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष डी पी जारोली का नाम सामने आया था। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। वहीं बोर्ड के अध्यक्ष पद से भी बर्खास्त कर दिया था। रीट के अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पेपर लेवल 2 के दोबारा कराने की घोषणा की थी। वहीं इस परीक्षा के पैटर्न में भी अब बदलाव कर दिया गया है।