टोंक जिले के बनेठा में बीते किसान महापंचायत का आयोजन हुआ। किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने किसानों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अन्याय के खिलाफ जमकर हमला बोला। उन्होंने ईसरदा बांध के लिए अधिग्रहण की गई भूमि के किसानों को भूमि अधिग्रहण अधिनियम के अनुसार मुआवजा दिलाने, जंगली जानवरों से फसलों को बचाने, गौ अभ्यारण बनवाने, फसल का उचित दाम दिलाने, यूरिया खाद से नैनों बंद करवाने समेत 11सूत्रीय मांगों को सरकार के सामने रखा। वहीं किसानों ने खाद के साथ जबरन दिए जा रहे नैनों यूरिया का विरोध किया। किसानों ने नैनों यूरिया से कम पैदावार होने का आरोप लगाते हुए बंद करने की मांग रखी। वहीं किसानों की मांगों का समाधान नहीं किया काम तो ट्रैक्टर ट्रॉली कूच करने की चेतावनी दी।
ट्रैक्टर कूच की दी चेतावनी
रामपाल जाट ने कहा कि टोंक जिले के साथ अन्याय हो रहा है। इस जिले में बनास नदी है लेकिन उसे ही नदी का पानी नहीं मिल रहा है। जिन किसानों ने अपनी जमीन छोड़कर दूसरी काम शुरू कर दिया और सरकार ने वह जमीन अधिग्रहित कर ली। जमीन के मुआवजे के लिए यह मामला लंबा खिंच गया। इस तरह के कई अन्याय टोंक से साथ हो रहे हैं। इसके लिए यह आंदोलन किया जा रहा है। जाट ने कहा कि इसके विरोध में टोंक से ट्रैक्टर कूच की तैयारी की जाएगी। इसके अलावा कई जिलों में किसान महापंचायत कई तरह के आंदोलन चलाएगी। जिससे हम किसानों की मांगे पूरी हों, उन्हें उनकी उपजों के दाम मिले और उने खेतों को पानी मिले।
रामपाल जाट ने कहा कि हमारा एक नारा है कि हर किसान का यही पैगाम, खेत को पानी फसल को दाम। यहां ईसरदा परियोजना के तहत जिन 37 गांवो की जमीन अधिग्रहण की जा रही है। उनका डीएलसी का 4 गुना मुआवजा, गो अभयारण की रचना इसके अलावा गांवों के अतिक्रमण को हटाने समेत ऐसी कई मांगे हैं, जिनकी पूरी करने की मांग हम लगातार कर रहे हैं।